रडार की पकड़ में न आने वाला J-20 विमान चीनी वायुसेना में शामिल

रडार की पकड़ में न आने वाला J-20 विमान चीनी वायुसेना में शामिल

चीन ने गुरुवार को रडार से बच निकलने में सक्षम लड़ाकू विमान स्टेल्थ जे-20 को सैन्य सेवा में शामिल करने की घोषणा की और इस प्रकार क्षेत्र में उसकी वायु सेना को नई शक्ति प्राप्त हुई। ये लड़ाकू विमान रडार में दिखाई नहीं देता है। यही खासियत उसे दूसरे विमानों से अलग करती है।  

राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू छियान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जे 20 लड़ाकू विमानों के उड़ान परीक्षण तय कार्यक्रम के अनुसार हो रहे हैं।  जे 20 चीन के चौथी पीढी के मध्यम और लंबी दूरी के लड़ाकू विमान हैं। इसने 2011 में अपनी पहली उड़ान भरी थी और उसे पिछले साल नवंबर में ग्वांगडांग प्रांत के झुहाई में 11वें ‘एयरशो चाइना’ में पहली बार प्रर्दिशत किया गया था। यह विमान भारत चीन वायु सेना संतुलन में नए आयाम जोड़ सकता है।

पाकिस्तान इस विमान को खरीदने के लिए पहले ही अपनी रूचि जाहिर कर चुका है।  अमरीकी वायुसेना के पास एफ 22 रैप्टर विमान है जो पांचवीं पीढी का रडार से बचने में सक्षम अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है।