संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शिरकत करने पहुंचे पाकिस्तान की गीदड़भभकी का भारत ने आज करार जवाब दिया। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकियों का गढ़ है और दुनिया को मानवाधिकार पर पाकिस्तान के ज्ञान की जरूरत नहीं है। इतना ही नहीं भारत ने पाकिस्तान को 'टेररिस्तान' भी कहा। भारत ने कहा कि पाकिस्तान अपनी ही जमीन पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करता रहा है। भारत ने कहा कि 'टेररिस्तान' कोई गलतफहमी न पाले और अच्छे से समझ ले कि जम्मू-कश्मीर हमारा अभिन्न हिस्सा है।
भारत से निपटने के लिए पाकिस्तान तैयार
बता दें कि गुरुवार को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने गीदड़ भभकी देते हुए कहा है कि भारत की ‘कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन’ से निपटने के लिए हमारे देश ने कम दूरी के परमाणु हथियार तैयार कर लिए हैं। अब्बासी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार सुरक्षित हैं। कोल्ड स्टार्ट पाकिस्तान के साथ संभावित युद्ध के लिए भारत की सशस्त्र सेनाओं द्वारा विकसित किया गया सैन्य डॉक्ट्रिन है। इसके तहत भारत के सैन्य बलों को युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले का जवाब देने के लिए हमले करने की मंजूरी है। उन्होंने एक शीर्ष अमरीकी ङ्क्षथक टैंक काऊंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमारा सामरिक परमाणु हथियारों पर बेहद मजबूत और सुरक्षित नियंत्रण है। समय के साथ यह साबित हो चुका है कि यह प्रक्रिया बहुत सुरक्षित है।’’
बता दें कि गुरुवार को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने गीदड़ भभकी देते हुए कहा है कि भारत की ‘कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन’ से निपटने के लिए हमारे देश ने कम दूरी के परमाणु हथियार तैयार कर लिए हैं। अब्बासी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार सुरक्षित हैं। कोल्ड स्टार्ट पाकिस्तान के साथ संभावित युद्ध के लिए भारत की सशस्त्र सेनाओं द्वारा विकसित किया गया सैन्य डॉक्ट्रिन है। इसके तहत भारत के सैन्य बलों को युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले का जवाब देने के लिए हमले करने की मंजूरी है। उन्होंने एक शीर्ष अमरीकी ङ्क्षथक टैंक काऊंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमारा सामरिक परमाणु हथियारों पर बेहद मजबूत और सुरक्षित नियंत्रण है। समय के साथ यह साबित हो चुका है कि यह प्रक्रिया बहुत सुरक्षित है।’’
आतंकी देश घोषित हो
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बलूचिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की गई. साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बलूचिस्तान और सिंध की आजादी की मांग करते हुए पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की मांग की।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बलूचिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की गई. साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बलूचिस्तान और सिंध की आजादी की मांग करते हुए पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की मांग की।