थिएटर, फिल्म और टीवी के दिग्गज अभिनेता टॉम ऑल्टर का निधन हो गया. वे 67 साल के थे. पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक ऑल्टर का बीती रात उनके आवास में निधन हो गया. वे स्किन कैंसर से पीड़ित थे. उनके देहांत की जानकारी देते हुए परिवार वालों ने कहा, ‘‘बहुत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि अभिनेता, लेखक, निर्देशक, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित पति और पिता टाम ऑल्टर का बीते शुक्रवार की रात परिवार और करीबी परिजनों की मौजूदगी में निधन हो गया. दुख की इस घड़ी में हम उनकी निजता के सम्मान की मांग करते हैं.’’
पीएम मोदी ने निधन पर शोक प्रकट किया
बताते चलें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी
टॉम के देहांत पर शोक जताया है. ट्वीट करके पीएमओ के हैंडल ने लिखा है कि
सिनेमा जगत को अपना योगदान देने वाले टॉम आल्टर के निधन से पीएम दुखी हैं.
उन्होंने आल्टर के परिवार वालों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की
है.
कौन थे आल्टर
ऑल्टर अमेरिकी मिशनरी माता-पिता
के बेटे थे. उनका जन्म 1950 में मसूरी में हुआ था. उन्होंने मसूरी के
वुडस्टॉक स्कूल में और बाद में पुणे की फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट में
पढ़ाई की. उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें सत्यजीत रे
की ‘शतरंज के खिलाड़ी’ और ‘जूनून’ जैसी फिल्में शामिल हैं.
उनकी पहली हिंदी फिल्म रामानंद सागर की
‘चरस’ 1976 में रिलीज हुयी थी. उनकी कुछ बेहद पसंद की गई फिल्मों में
‘आशिकी’, ‘परिंदा’ ‘सरदार पटेल’ और ‘गांधी’ जैसी फिल्में शामिल हैं.
टेलीविजन की दुनिया में ऑल्टर ने ‘भारत एक खोज’ से ले कर ‘शक्तिमान’ तक में
काम किया. उन्होंने बंगाली, असमिया और तेलुगू सिनेमा में भी काम किया. वह
एक क्रिकेट प्रेमी भी थे. उन्होंने कई खेल पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे
थे.
उनकी आखिरी फिल्म ‘सरगोशियां’ थी, जिसमें
उन्होंने आलोकनाथ और फरीदा जलाल के साथ काम किया था. यह फिल्म इस साल मई
में रिलीज हुयी थी. ऑल्टर ने थिएटर में भी उल्लेखनीय काम किया. उनका नाटक
‘दिल्ली में गालिब’ का मंचन पूरे देश में किया गया. इस नाटक में उन्होने
मिर्जा गालिब का किरदार अदा किया था.
ऑल्टर एक खेल पत्रकार भी थे. वह टीवी के
लिये सचिन तेंदुलकर का इंटरव्यू करने वाले पहले व्यक्ति थे. आर्ट और सिनेमा
के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2008 में ऑल्टर को पद्म श्री से
सम्मानित किया गया. आल्टर के परिवार में पत्नी कैरोल, बेटे जेमी और बेटी
अफसान हैं.