मिलिए उन पांच मुस्लिम भाइयों से, जो लेते हैं अयोध्या की प्रसिद्ध शोभा यात्रा में भाग

आपको जान कर हैरानी होगी कि अयोध्या की प्रसिद्ध शोभा यात्रा में मुस्लिम भी भाग लेते हैं. शमशाद राजस्थान के दौसा ज़िले के छोटे से गांव का रहने वाला है. वो बहरूपिया समुदाय से है. अपने चारों भाइयों के साथ वो अयोध्या की शोभा यात्रा में हिस्सा लेता है. तीन किलोमीटर की ये यात्रा साकेत कॉलेज से राम कथा पार्क तक जाती है.
शमशाद वानर सेना के सदस्य का गेटअप बनाने के लिए सुबह आठ बजे से अपने शरीर को रंग रहा था. उसे अपना मेक-अप करने में 2 घंटे लगे. उसका भाई फ़रीद शिव की भूमिका निभा रहा है, सलीम हनुमान की और अकरम कृष्ण की. सबसे बड़ा भाई जिन्न बना है.
फ़रीद ने बताया कि उनका परिवार सालों से रामलीला का हिस्सा रहा है, पर ये पहली बार है जब उन्हें अयोध्या बुलाया गया है. तीन किलोमीटर की इस यात्रा में पैदल चले इन भाइयों पर श्रद्धालुओं ने फूल बरसाए. लोग उनके पैर छूते हैं और उनकी तस्वीर खींचते हैं.
शोभा यात्रा का नेतृत्व अमित और रवि वर्मा नाम के दो भाइयों ने किया, जो राम और लक्ष्मण बने थे.