समुद्र मार्ग से पूरी दुनिया का चक्कर लगाने के चुनौतीपूर्ण अभियान पर
निकलीं भारतीय नौसेना की महिला क्रू सदस्य न्यूजीलैंड की यात्रा के लिए
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के बंदरगाह शहर फ्रीमैन्टल से आज आगे रवाना हुईं।
लेफ्टिनैंट कमांडर र्वितका जोशी के नेतृत्व में आईएनएसवी तारिणी पर रवाना
हुई 6 क्रू सदस्यों ने गोवा से 10 सितंबर को अपनी पहली यात्रा शुरू की थी
और इस यात्रा के करीब 8 महीने में पूरा होने की संभावना है।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ने कहा, ‘‘आईएनएसवी तारिणी न्यूजीलैंड के लिटलटन की यात्रा के लिए आज सुबह ऑस्ट्रेलिया के फ्रीमैन्टल से रवाना हुआ।’’ आईएनएसवी तारिणी 23 अक्तूबर को फ्रीमैन्टल बंदरगाह पहुंचा था जो ऑस्ट्रेलिया में उसका पहला और एकमात्र ठहराव है। 55 फुट के इस जहाज को भारत में ही बनाया गया है और इस वर्ष की शुरुआत में इसे भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है।
ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारतीय महिलाओं का स्वागत करते उन्हें बहादुर बताया। ऑस्ट्रेलियन राज्य महिला मामलों की मंत्री सिमोन मैकगुर्क ने कहा, 'मैं सोच नहीं सकती कि समुद्री रास्ते से पूरी दुनिया घूमने में कितनी बहादुरी, ताकत और इच्छाशक्ति की ज़रूरत है।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ने कहा, ‘‘आईएनएसवी तारिणी न्यूजीलैंड के लिटलटन की यात्रा के लिए आज सुबह ऑस्ट्रेलिया के फ्रीमैन्टल से रवाना हुआ।’’ आईएनएसवी तारिणी 23 अक्तूबर को फ्रीमैन्टल बंदरगाह पहुंचा था जो ऑस्ट्रेलिया में उसका पहला और एकमात्र ठहराव है। 55 फुट के इस जहाज को भारत में ही बनाया गया है और इस वर्ष की शुरुआत में इसे भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है।
ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारतीय महिलाओं का स्वागत करते उन्हें बहादुर बताया। ऑस्ट्रेलियन राज्य महिला मामलों की मंत्री सिमोन मैकगुर्क ने कहा, 'मैं सोच नहीं सकती कि समुद्री रास्ते से पूरी दुनिया घूमने में कितनी बहादुरी, ताकत और इच्छाशक्ति की ज़रूरत है।