प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके लिए ‘नीच’ जैसे
अपशब्द का इस्तेमाल करने के कारण कांग्रेस से निलंबित पूर्व केंद्रीय
मंत्री मणिशंकर अय्यर के मुद्दे को आज एक बार फिर अपने गृहराज्य गुजरात के
चुनाव प्रचार में उठाया और यहां पाटीदार बहुल निकोल इलाके में चुनावी सभा
में उनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, आनंद शर्मा,
मनीष तिवारी, दिग्विजय सिंह समेत पार्टी के ऐसे नेताओं की एक लंबी फेहरिस्त
पेश की जिन्होंने पूर्व में उनके लिए अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया था।
मेरे विवेक को ललकार रही कांग्रेस
पीएम ने कांग्रेस नेताओं के नाम लेते हुए कहा कि उन्हें पागल कुत्ता, बंदर, जहर की खेती करने वाला, मानसिक रूप से अस्वस्थ, गंगू तेली, मौत का सौदागर, गंदी नाली का कीड़ा और यमराज जैसे नाम से बुलाया गया है और स्वयं कांग्रेस उपाध्यक्ष गांधी ने उन्हें सेना के जवानों के खून की दलाली करने वाला कहा था। उन्होंने कहा कि क्या वह इसलिए ‘नीच’ है क्योंकि पिछड़ी जाति में जन्में है या एक गरीब गुजराती मां की संतान और चाय बेचने वाले रहे हैं। उन्होंने ऐसा बहुत अपमान सहा है पर आज अपने घर के लोगों से अपना दुखड़ा बांट रहे हैं। कांग्रेस को मेरी शालीनता और विवेक को ललकारना बंद कर देना चाहिए।
सोनिया गांधी ने कहा- मौत का सौदागर
मोदी ने कहा कि अय्यर कोई पहले कांग्रेस नेता नहीं जिन्होंने उनके लिए ऐसी भाषा बोली हो। खुद सोनिया बेन गांधी और राहुल गांधी के परिवार के लोग मेरे लिये ऐसे शब्द इस्तेमाल कर चुके हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि गुजरात उनकी आंख में चुभता है। सरदार पटेल, मोरारजी देसाई की तरह कांग्रेस ने मोदी का भी अपमान किया। उन्होंने कहा कि आज जो कांग्रेस एक आदमी को सजा देकर चमक-दमक के साथ निकली है वह बताये कि सोनियाबेन ने दो तिहाई बहुमत से सत्ता में बैठे मुख्यमंत्री (मोदी) को मौत का सौदागर कहा था कि नहीं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद राहुल ने मुझे सेना के जवानों के खून की दलाली करने वाला कहा था कि नहीं।
दिग्विजय सिंह भी गाली देने में नहीं रहे पीछे
पीएम ने कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता और पूर्व विदेश मंत्री आनंद शर्मा ने 27 नवंबर को मुझे अस्वस्थ मानसिकता का बताया था। एक अन्य मंत्री ने ट्विटर पर मेरे लिये न कहा जाने वाला शब्द इस्तेमाल किया था। देश को एक परिवार की जागीर समझने वाले ऐसा इसलिए करते हैं कि एक चाय बेचने वाला, गरीब गुजराती मां का लाल भारी पड़ गया। उन्होंने इस कड़ी में दिग्विजय सिंह का नाम भी लिया और कहा कि वह गाली देने में पीछे नहीं रहते।
सांसद राशिद ने कहा- स्टुपिड पीएम
उन्होंने कहा कि श्रीमान राहुल गांधी आपकी पूज्य माता सोनिया बेन गांधी ने चुनाव के दौरान मुझे जहर की खेती करने वाला बताया था। सांसद राशिद अलवी ने मुझे स्टुपिड पीएम कहा था। उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने उनकी तुलना गद्दाफाी, मुसोलिनी और हिटलर से की थी तो वहीं के नेता इमरान मसूद ने मेरे टुकड़े-टुकड़े करने की बात कही थी। अय्यर ने पहले भी मुझे खूनी पुरूष और बंदर तक कहा था। ये सब सर्टिफिकेट कांग्रेस ने दिये हैं। जयराम रमेश ने कहा था कि मोदी भस्मासुर है। पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने तो यहां तक कह दिया था कि मोदी पागल कुत्ता है जिसे लोकतंत्र के मंदिर में घुसने नहीं देंगे।
रेणुका चौधरी ने कहा- वायरस
गुलाम नबी आजद का नाम लिये बिना मोदी ने कहा कि उन्होंने उन्हें गंगू तेली बताया था। महिला नेता रेणुका चौधरी ने तो मुझे वायरस बताया। मनीष तिवारी ने मेरी तुलना दाउद इब्राहिम से की। यह सब तो मात्र उन शब्दों का दस प्रतिशत है जो मेरे लिए इस्तेमाल किये गये थे। अगर ऐसी भाषा किसी आम आदमी के लिए उपयोग की जाये तो वह क्या करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक के बाद एक पूरे देश से साफ हो गयी। जहां से इनके नेतृत्व की पांच पीढ़ी आयी उस उत्तर प्रदेश में भी सूपड़ा साफ हो गया। पूरा देश जिस पार्टी को निकालने के लिए टूट पड़ा है, गुजरात उसे स्वीकार करने की गलती कभी नहीं कर सकता। चुनाव में भाजपा को 150 से ज्यादा सीट दिला कर इसे जितायें।
मेरे विवेक को ललकार रही कांग्रेस
पीएम ने कांग्रेस नेताओं के नाम लेते हुए कहा कि उन्हें पागल कुत्ता, बंदर, जहर की खेती करने वाला, मानसिक रूप से अस्वस्थ, गंगू तेली, मौत का सौदागर, गंदी नाली का कीड़ा और यमराज जैसे नाम से बुलाया गया है और स्वयं कांग्रेस उपाध्यक्ष गांधी ने उन्हें सेना के जवानों के खून की दलाली करने वाला कहा था। उन्होंने कहा कि क्या वह इसलिए ‘नीच’ है क्योंकि पिछड़ी जाति में जन्में है या एक गरीब गुजराती मां की संतान और चाय बेचने वाले रहे हैं। उन्होंने ऐसा बहुत अपमान सहा है पर आज अपने घर के लोगों से अपना दुखड़ा बांट रहे हैं। कांग्रेस को मेरी शालीनता और विवेक को ललकारना बंद कर देना चाहिए।
सोनिया गांधी ने कहा- मौत का सौदागर
मोदी ने कहा कि अय्यर कोई पहले कांग्रेस नेता नहीं जिन्होंने उनके लिए ऐसी भाषा बोली हो। खुद सोनिया बेन गांधी और राहुल गांधी के परिवार के लोग मेरे लिये ऐसे शब्द इस्तेमाल कर चुके हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि गुजरात उनकी आंख में चुभता है। सरदार पटेल, मोरारजी देसाई की तरह कांग्रेस ने मोदी का भी अपमान किया। उन्होंने कहा कि आज जो कांग्रेस एक आदमी को सजा देकर चमक-दमक के साथ निकली है वह बताये कि सोनियाबेन ने दो तिहाई बहुमत से सत्ता में बैठे मुख्यमंत्री (मोदी) को मौत का सौदागर कहा था कि नहीं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद राहुल ने मुझे सेना के जवानों के खून की दलाली करने वाला कहा था कि नहीं।
दिग्विजय सिंह भी गाली देने में नहीं रहे पीछे
पीएम ने कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता और पूर्व विदेश मंत्री आनंद शर्मा ने 27 नवंबर को मुझे अस्वस्थ मानसिकता का बताया था। एक अन्य मंत्री ने ट्विटर पर मेरे लिये न कहा जाने वाला शब्द इस्तेमाल किया था। देश को एक परिवार की जागीर समझने वाले ऐसा इसलिए करते हैं कि एक चाय बेचने वाला, गरीब गुजराती मां का लाल भारी पड़ गया। उन्होंने इस कड़ी में दिग्विजय सिंह का नाम भी लिया और कहा कि वह गाली देने में पीछे नहीं रहते।
सांसद राशिद ने कहा- स्टुपिड पीएम
उन्होंने कहा कि श्रीमान राहुल गांधी आपकी पूज्य माता सोनिया बेन गांधी ने चुनाव के दौरान मुझे जहर की खेती करने वाला बताया था। सांसद राशिद अलवी ने मुझे स्टुपिड पीएम कहा था। उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने उनकी तुलना गद्दाफाी, मुसोलिनी और हिटलर से की थी तो वहीं के नेता इमरान मसूद ने मेरे टुकड़े-टुकड़े करने की बात कही थी। अय्यर ने पहले भी मुझे खूनी पुरूष और बंदर तक कहा था। ये सब सर्टिफिकेट कांग्रेस ने दिये हैं। जयराम रमेश ने कहा था कि मोदी भस्मासुर है। पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने तो यहां तक कह दिया था कि मोदी पागल कुत्ता है जिसे लोकतंत्र के मंदिर में घुसने नहीं देंगे।
रेणुका चौधरी ने कहा- वायरस
गुलाम नबी आजद का नाम लिये बिना मोदी ने कहा कि उन्होंने उन्हें गंगू तेली बताया था। महिला नेता रेणुका चौधरी ने तो मुझे वायरस बताया। मनीष तिवारी ने मेरी तुलना दाउद इब्राहिम से की। यह सब तो मात्र उन शब्दों का दस प्रतिशत है जो मेरे लिए इस्तेमाल किये गये थे। अगर ऐसी भाषा किसी आम आदमी के लिए उपयोग की जाये तो वह क्या करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक के बाद एक पूरे देश से साफ हो गयी। जहां से इनके नेतृत्व की पांच पीढ़ी आयी उस उत्तर प्रदेश में भी सूपड़ा साफ हो गया। पूरा देश जिस पार्टी को निकालने के लिए टूट पड़ा है, गुजरात उसे स्वीकार करने की गलती कभी नहीं कर सकता। चुनाव में भाजपा को 150 से ज्यादा सीट दिला कर इसे जितायें।