सुनारिया जेल में साध्वियों से रेप मामले में 20 साल की सजा काट रहे राम
रहीम के जुर्मों की लिस्ट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही। आए दिन राम
रहीम के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं डेरा प्रमुख पर सिरसा के डेरा
सच्चा साैदा में हुई आत्महत्याओं के मामले में शिकंजा कसता दिख रहा है।
आरोप है कि उसने डेरा में कई लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। इस
मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए दायर याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने सरकार से
जवाब तलब किया है।
2015 में हुई थी याचिका दायर
उस मामले में डेरे के एक पूर्व अनुयायी राम कुमार बिश्नोई ने वर्ष 2015 में याचिका दायर कर कहा कि डेरा सच्चा सौदा में गुरमीत राम रहीम के दवाब में कई लोगों के आत्महत्या की थी। इसमें एक डेरे के हाॅस्टल में बीए की स्टूडेंट की आत्महत्या का मामला भी शामिल है। अर्जी में कहा गया है कि आत्महत्या कारण यह बताया गया था कि ये लोग डेरा प्रमुख को बार-बार कोर्ट में पेश हाेने के कहने के कारण आहत थे।
होईकोर्ट ने राज्य सरकार को भेजा नोटिस
मामले की सीबीआई से जांच कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। याचिका में अारोप लगाया गया है कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने डेरा में कई लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। जिस पर मंगलवार को याचिका पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पर आधारित खंडपीठ ने सुनवाई की। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। उल्लेखनीय है कि रामपाल प्रकरण के बाद डेरा सच्चा सौदा में मिलिट्री ट्रेनिंग कैंप आयोजित होने पर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की थी। सुनवाई के दौरान डेरे के एक पूर्व अनुयायी राम कुमार बिश्नोई ने अर्जी दायर की थी और कहा था कि डेरे में कई आत्महत्या हुई हैं। उस समय हाई कोर्ट ने मुख्य याचिका का निपटारा तो कर दिया था लेकिन इस अर्जी का निपटारा नहीं किया गया। अब जोशी ने फिर अर्जी दायर की है। अर्जी में आरोप लगाया गया है कि डेरे में षड्यंत्र के तहत आत्महत्या और हत्याएं हुई हैं। ये सभी डेरा मुखी के दबाव में हुई हैं। पुलिस ने इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की है।
2015 में हुई थी याचिका दायर
उस मामले में डेरे के एक पूर्व अनुयायी राम कुमार बिश्नोई ने वर्ष 2015 में याचिका दायर कर कहा कि डेरा सच्चा सौदा में गुरमीत राम रहीम के दवाब में कई लोगों के आत्महत्या की थी। इसमें एक डेरे के हाॅस्टल में बीए की स्टूडेंट की आत्महत्या का मामला भी शामिल है। अर्जी में कहा गया है कि आत्महत्या कारण यह बताया गया था कि ये लोग डेरा प्रमुख को बार-बार कोर्ट में पेश हाेने के कहने के कारण आहत थे।
होईकोर्ट ने राज्य सरकार को भेजा नोटिस
मामले की सीबीआई से जांच कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। याचिका में अारोप लगाया गया है कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने डेरा में कई लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। जिस पर मंगलवार को याचिका पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पर आधारित खंडपीठ ने सुनवाई की। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। उल्लेखनीय है कि रामपाल प्रकरण के बाद डेरा सच्चा सौदा में मिलिट्री ट्रेनिंग कैंप आयोजित होने पर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की थी। सुनवाई के दौरान डेरे के एक पूर्व अनुयायी राम कुमार बिश्नोई ने अर्जी दायर की थी और कहा था कि डेरे में कई आत्महत्या हुई हैं। उस समय हाई कोर्ट ने मुख्य याचिका का निपटारा तो कर दिया था लेकिन इस अर्जी का निपटारा नहीं किया गया। अब जोशी ने फिर अर्जी दायर की है। अर्जी में आरोप लगाया गया है कि डेरे में षड्यंत्र के तहत आत्महत्या और हत्याएं हुई हैं। ये सभी डेरा मुखी के दबाव में हुई हैं। पुलिस ने इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की है।