देश की संगम नगरी कहे जाने वाली इलाहाबाद में कानून के एक छात्र की
बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने एक शख़्स को
गिरफ़्तार किया है। हत्या के आरोप में पुलिस ने रेस्तरां के वेटर मुन्ना
चौहान को गिरफ़्तार किया है। बताया जा रहा है कि मुन्ना ने ही दिलीप के सिर
पर मारा था, जिससे वह गंभीर गंभीर रूप से घायल हो गया। लेकिन एक बात जो
हैरान करती है, वो ये कि मुन्ना ही घायल अवस्था में दिलीप को अस्पताल लेकर
गया था। फिलहाल पुलिस ये नहीं बता पा रही कि अगर मुन्ना ने मारा था तो वो
उसे रेस्तरां के मालिक के साथ अस्पताल क्यों लेकर गया?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दिलीप और उसके साथी रेस्तरां की सीढ़ियों पर
बैठे थे, जब आरोपियों में से एक के पैर से उसका पैर टकरा गया। इसके बाद
शुरू हुई बहस मारपीट में बदल गई। इसके बाद वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति के
मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में दिख रहा है कि दिलीप सरोज नाम का
शख्स रेस्तरां की सीढ़ियों पर अचेत पड़ा है। बताया जा रहा है कि उसे मार
रहे लोग नशे में धुत थे। वीडियो में वहां से गुजरता एक व्यक्ति रुकता भी
जबकि अन्य इस पर ध्यान नहीं देते। जिन लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल
में कैद किया, वो वीडियो में कहते सुने जा सकते हैं कि 'जब वह मर जाएगा तभी
पुलिस आएगी।' हालांकि उनमें से किसी ने पुलिस को फोन नहीं किया। जिले के
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया, "दिलीप के भाई की तहरीर पर कल
सुबह तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। सीसीटीवी फुटेज और
इस घटना के वायरल हुए वीडियो के आधार पर मुख्य अभियुक्त के तौर पर विजय
शंकर सिंह की पहचान की गई है जो भारतीय रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत
है। वह अभी फरार है।"