पंजाब नेशनल बैंक के साथ 11,400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले ने पूरे देश
में हड़कंप मचा दिया है। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के मुख्य आरोपी
के रूप में जानेमाने अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी का नाम उभरकर सामने
आया। अमीरों की सूची में मोदी का 85वां स्थान है जिसका नेटवर्थ 11 हजार
करोड़ रुपए है। आईए जानते हैं PNB घोटाले का मास्टरमाइंड कैसे अरबपति
कारोबारी बना:-
इस व्यवसाय से नहीं जुड़ना चाहते थे नीरव
कारोबारी नीरव मोदी 48 दुनिया की डायमंड कैपिटल कहे जाने बेल्जियम के एंटवर्प शहर के मशहूर डायमंड ब्रोकर परिवार से संबंध रखते हैं। वह पत्रकारों से अक्सर कहा करते थे कि वह इस व्यवसाय से जुड़ना नहीं चाहते हैं। वह वॉर्टन गए एक साल फाइनैंस की पढ़ाई की और फेल हो गए और आखिरकार वह हीरे के व्यापार में उतर पड़े। उसकी ज्वेलरी डिजाइन में रुचि तब जगी जब एक दोस्त ने उससे इयररिंग डिजाइन करने के लिए कहा था। इसके बाद उन्होंने इसे अपना पेशा बना लिया। नीरव ने वर्ष 1999 में फायरस्टार कंपनी बनाई।
फोर्ब्स लिस्ट में नाम शामिल
2013 तक नीरव अरबपतियों की फोर्ब्स लिस्ट में जगह बना चुके थे। उनके ज्वेलरी स्टोर लंदन, न्यूयॉर्क, लास वेगास, हवाई, सिंगापुर, बीजिंग जैसे 16 शहरों में है। भारत में भी दिल्ली और मुंबई में उनके स्टोर हैं। नीरव मोदी ने 2010 में अपने नाम से डायमंड कंपनी बनाई थी जिसके बाद बड़ी तेजी से हॉलीवुड स्टार्स के इंडियन जूलर के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित कर ली। बॉलीवुड हस्तियों केट विंस्लेट, डाकोटा जॉनसन, मासीमो बोतुरा के द्वारा पसंद किये जाने के कारण नीरव मोदी की ज्वेलरी को इंटरनेशनल लेवल पर पहचान मिली।
बॉलीवुड से भी गहरे संबंध
नीरव मोदी के बॉलीवुड से भी गहरे संबंध हैं। उन्होंने 2014 में अपना पहला बड़ा बूटिक दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में और अगले ही साल मुंबई के काला घोड़ा इलाके में एक स्टोर खोल दिया। नवंबर 2010 में ब्रिटिश ऑक्सन हाउस क्रिस्टीज ने मोदी के 12 कैरट के गोलकुंडा डायमंड से युक्त गोलकुंडा लोटस नेकलेस को अपने कैटेलॉग के कवर पर जगह दी और नीलामी की रकम 16 करोड़ रुपये से ज्यादा रखी। 100 साल से कम के इतिहास वाले किसी भारतीय जूलर के लिए यह पहला मौका था जब क्रिस्टीज ने उसके लिए बोली लगवाई हो।
इस व्यवसाय से नहीं जुड़ना चाहते थे नीरव
कारोबारी नीरव मोदी 48 दुनिया की डायमंड कैपिटल कहे जाने बेल्जियम के एंटवर्प शहर के मशहूर डायमंड ब्रोकर परिवार से संबंध रखते हैं। वह पत्रकारों से अक्सर कहा करते थे कि वह इस व्यवसाय से जुड़ना नहीं चाहते हैं। वह वॉर्टन गए एक साल फाइनैंस की पढ़ाई की और फेल हो गए और आखिरकार वह हीरे के व्यापार में उतर पड़े। उसकी ज्वेलरी डिजाइन में रुचि तब जगी जब एक दोस्त ने उससे इयररिंग डिजाइन करने के लिए कहा था। इसके बाद उन्होंने इसे अपना पेशा बना लिया। नीरव ने वर्ष 1999 में फायरस्टार कंपनी बनाई।
फोर्ब्स लिस्ट में नाम शामिल
2013 तक नीरव अरबपतियों की फोर्ब्स लिस्ट में जगह बना चुके थे। उनके ज्वेलरी स्टोर लंदन, न्यूयॉर्क, लास वेगास, हवाई, सिंगापुर, बीजिंग जैसे 16 शहरों में है। भारत में भी दिल्ली और मुंबई में उनके स्टोर हैं। नीरव मोदी ने 2010 में अपने नाम से डायमंड कंपनी बनाई थी जिसके बाद बड़ी तेजी से हॉलीवुड स्टार्स के इंडियन जूलर के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित कर ली। बॉलीवुड हस्तियों केट विंस्लेट, डाकोटा जॉनसन, मासीमो बोतुरा के द्वारा पसंद किये जाने के कारण नीरव मोदी की ज्वेलरी को इंटरनेशनल लेवल पर पहचान मिली।
बॉलीवुड से भी गहरे संबंध
नीरव मोदी के बॉलीवुड से भी गहरे संबंध हैं। उन्होंने 2014 में अपना पहला बड़ा बूटिक दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में और अगले ही साल मुंबई के काला घोड़ा इलाके में एक स्टोर खोल दिया। नवंबर 2010 में ब्रिटिश ऑक्सन हाउस क्रिस्टीज ने मोदी के 12 कैरट के गोलकुंडा डायमंड से युक्त गोलकुंडा लोटस नेकलेस को अपने कैटेलॉग के कवर पर जगह दी और नीलामी की रकम 16 करोड़ रुपये से ज्यादा रखी। 100 साल से कम के इतिहास वाले किसी भारतीय जूलर के लिए यह पहला मौका था जब क्रिस्टीज ने उसके लिए बोली लगवाई हो।