भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2016 के 118 अरब डॉलर से बढ़कर 2017 में 140 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है। भारत-अमेरिका रणनीतिक एवं भागीदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने यह अनुमान व्यक्त किया है। फोरम ने कहा कि 2016 में भारत अमेरिका का नौंवां सबसे बड़ा व्यापार भागीदार था और उन देशों में से एक प्रमुख देश था जिनके साथ अमेरिका का व्यापार घाटा 30 अरब डॉलर से ऊपर था। यह स्थिति 2017 में भी बने रहने की उम्मीद है।
इस मुद्दे को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके शीर्ष अधिकारी अपने भारतीय समकक्ष अधिकारियों के समक्ष बातचीत में उठाते रहे हैं। यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि हमारा अनुमान है कि 2017 में भारत का व्यापार (अमेरिका के साथ) 118 अरब डॉलर से बढ़कर 140 अरब डॉलर पर पहुंच जायेगा।
यूएसआईएसपीएफ के आंकड़े खुद के शोध और अध्ययन पर आधारित हैं। सरकारी आंकड़े अभी आने बाकी हैं। अघी ने कहा कि भारत ने व्यापार घाटे के मुद्दे पर सक्रियता के साथ काम करना शुरू कर दिया है। भारत का अमेरिकी कंपनियों के पास हजारों विमानों का आर्डर है। व्यापार असंतुलन दूर होना शुरू हो जायेगा।
इस मुद्दे को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके शीर्ष अधिकारी अपने भारतीय समकक्ष अधिकारियों के समक्ष बातचीत में उठाते रहे हैं। यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि हमारा अनुमान है कि 2017 में भारत का व्यापार (अमेरिका के साथ) 118 अरब डॉलर से बढ़कर 140 अरब डॉलर पर पहुंच जायेगा।
यूएसआईएसपीएफ के आंकड़े खुद के शोध और अध्ययन पर आधारित हैं। सरकारी आंकड़े अभी आने बाकी हैं। अघी ने कहा कि भारत ने व्यापार घाटे के मुद्दे पर सक्रियता के साथ काम करना शुरू कर दिया है। भारत का अमेरिकी कंपनियों के पास हजारों विमानों का आर्डर है। व्यापार असंतुलन दूर होना शुरू हो जायेगा।