पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह
ने सिख विरोधी दंगों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को बदनाम करने की
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल के कुप्रयासों की निंदा करते हुये कहा है
कि दंगे तो श्री गांधी के दिल्ली पहुंचने से पहले ही शुरू हो चुके
थे। दंगों में श्री गांधी की भूमिका पर सवाल उठाने के लिए श्री बादल की
आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री को बदनाम करने के लिए
अकालियों द्वारा लगातार की जा रही कोशिशों की खिल्ली उड़ते हुए कहा है कि
हिंसा शुरू होने पर इंद्रिरा गांधी का बड़ पुत्र दिल्ली में मौजूद ही नहीं
था।
कैप्टन
सिंह ने आज यहां कहा कि दिल्ली में दंगे शुरू होने पर श्री गांधी चुनाव
दौरे पर कलकत्ता से लगभग 150 किलेमीटर दूर कोंटायी में थे। श्री बादल जगदीश
टाइटलर के बयान को जानबूझ कर गलत ढंग से पेश कर रहे है। यह बात पूरी तरह
रिकार्ड है कि श्री गांधी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली लौटे थे और उस समय तक दंगे शुरू हो चुके थे।
टाइटलर
ने श्री गांधी को दंगों के साथ कभी नहीं जोड़। श्री बादल बेवजह बदनाम करने
की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में टाइटलर ने अपने
साक्षात्कार में स्पष्ट कहा है कि श्री राजीव गांधी ने उनके साथ स्थिति पर
नियंत्रण पाने की कोशिश की थी। प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद श्री
गांधी ने पार्टी के सभी विधायकों को अपने अपने इलाकों में जाने और हर हाल
में शांति बनाये रखने की हिदायतें दीं थीं।