इधर गिरे बाल तो उधर गिरे आंसू, शहीद की बीवी और बेटे के मुंडन की तस्वीरें देख रो पड़ेंगे आप

 

आज हम आपको एक ऐसी खबर से रूबरू करवाने वाले है, जिसके बारे में जान कर आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे. जी हां इससे पहले ऐसा नजारा आपने शायद केवल फिल्मो में ही देखा होगा, लेकिन आज हकीकत में ये सब देख कर आप हैरान रह जायेंगे. गौरतलब है कि एक शहीद जवान जिसकी बीवी और बेटे का बड़ी बेदर्दी से मुंडन कर दिया गया. जी हां इस दृश्य को देख कर पंडाल में बैठे सभी लोगो की आँखों में आंसू आ गए. यहाँ तक कि इस दृश्य की तस्वीरें इतनी दर्दनाक है, कि इन्हे देख कर कोई भी रो पडेगा. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह मामला हरियाणा के करनाला इलाके का है. जहाँ एक जवान शहीद की विधवा और अध्यापक मैना देवी ने अपने सात साल के बेटे सहित अपना भी मुंडन करवा लिया.
ऐसे में महिला अध्यापक के मुंडन के दौरान सब की आँखों में आंसू आ गए थे. जहाँ एक तरफ सैलून कर्मचारी माँ और बेटे दोनों के बाल काट रहा था, वही दूसरी तरफ जो अतिथि अध्यापक पंडाल में बैठे थे, वो सब रोने लग गए. केवल इतना ही नहीं इसके इलावा इस दौरान प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ भी जम कर नारेबाजी की गई. वैसे आपको बता दे कि यह मुंडन पक्की नौकरी की मांग और सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर करने के लिए करवाया गया था. इसके साथ ही महिला ने कहा कि अगर उसकी मांग पूरी नहीं की गई, तो इच्छा मृत्यु की मांग भी करेगी. बता दे कि मुंडन होने के बाद हजारो अतिथि अध्यापको ने सीएम ऑफिस के बाहर जाकर खूब बवाल किया.
इस दौरान अध्यापक डीसी से मिलने की मांग पर अड़े रहे. मगर शाम को साढ़े सात बजे ओएसडी से बात होने के बाद उन सब ने धरना खत्म कर दिया था. बता दे कि रविवार की सुबह हजारो की संख्या में अतिथि अध्यापक सेक्टर बारह में स्थित फव्वारा पार्क में इकट्ठे हो गए. ऐसे में सभी अतिथि अध्यापको ने जम कर सरकार को कोसा और कहा कि उनके लिए सरकार मर चुकी है. बरहलाल इसके बाद जुलुस सीएम कैम्प ऑफिस की तरफ आगे बढ़ा. हालांकि पुलिस ने उन्हें पहले ही बेरिकट्स लगा कर रोक लिया था. इसके बाद एसडीएम नरेंद्र मलिक के कहने पर उन्होंने धरना भी खत्म कर दिया था.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मुंडन करवाने के लिए नाइ पवन कुमार को एक हजार रूपये देकर सुबह ही बुला लिया गया था. मगर जब पवन कुमार को मैना देवी का मुंडन करने के लिए कहा गया तो उसने ऐसा करने से मना कर दिया. जी हां पवन का कहना था कि उसने पिछले सात साल से किसी महिला के बाल नहीं काटे, क्यूकि महिला के बाल काटना अच्छा नहीं माना जाता. हालांकि अतिथि अध्यापको के कहने पर पवन मुंडन करने के लिए मान गया. बरहलाल मुंडन करवाने के बाद मैना यादव ने बताया कि दस अक्टूबर 2016 को उसके पति का निधन हुआ था.
ऐसे में उसके बेटे के सर से पिता का साया उठ गया था. इसके बाद महिला ने कहा कि आज से हमारे सर से सरकार का साया भी उठ गया है. यही वजह है कि मैंने और मेरे बेटे ने एक साथ मुंडन करवाया है. बता दे कि अठारह फ़रवरी को चिराग यानि महिला के बेटे का जन्म दिन है और तब वो आठ साल का हो जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मैना यादव के पति बलवंत आईटीबीपी में तैनात थे और साल 2016 में उन्होंने देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी थी. ऐसे में मैना यादव के घर उनके साथ अब उनकी सास और बेटा ही रहता है.