पीएम मोदी को मारने की साजिश की बात करने वाला शख्स कोयंबटूर से गिरफ्तार

कोयंबटूर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की साजिश की बात करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस शख्स का नाम मोहम्मद रफीक है. आरोपी रफ़ीक 1998 में हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों के मामले में भी दोषी है. पुलिस ने बताया है कि आरोपी को टेलीफोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद कल रात गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस ने बताया, ‘’वह टेलीफोन पर हुई उस बातचीत की रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है, जिसमें साल 1998 में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट मामले का एक दोषी एक परिवहन ठेकेदार से कथित तौर पर यह कहता सुनाई दे रहा है कि वह पीएम मोदी को मार डालने की योजना बना रहा है.’’

क्या ठेकेदार को डराने के लिए शख्स ने लिया पीएम मोदी का नाम?

बहरहाल  शुरूआती जांच में कहा गया कि श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट मामले के दोषी मोहम्मद रफ़ीक ने यह बात शायद परिवहन ठेकेदार प्रकाश को डराने के लिए कही थी. रफ़ीक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 ( आई) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस ने यह भी बताया है कि बातचीत में हालांकि प्रधानमंत्री के नाम का जिक्र है. लेकिन शुरूआती जांच में कहा गया कि रफ़ीक की टिप्पणी शायद मोदी के खिलाफ कोई साजिश नहीं है बल्कि उसने ठेकेदार को डराने के लिए यह सब कहा था.

कौन हैं मोहम्मद रफीक?

रफ़ीक ने साल 1998 में कोयंबत्तूर में हुए बम विस्फोट मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अपनी जेल की सजा पूरी की और वह शहर के कुनियामुथुर इलाके में रह रहा है. वह एक परिवहन ठेकेदार है. फरवरी 1998 में कोयंबत्तूर में हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों में 58 लोगों की मौत हो गई थी और करोड़ों रूपये की संपत्ति नष्ट हो गई थी.

सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल

पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर डाली गई आठ मिनट की इस बातचीत में रफ़ीक शामिल है. उन्होंने बताया ‘‘ बातचीत मुख्यत: गाड़ियों के फायनेन्स के बारे में है. लेकिन अचानक ही रफीक यह कहता सुनाई देता है ‘‘ हमने (प्रधानमंत्री) मोदी को खत्म करने का फैसला किया है. हम उन लोगों में से थे जिन्होंने साल 1998 में (पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण) आडवाणी की शहर यात्रा के दौरान बम लगाए थे.’’

व्यक्तियों की असलियत का पता लगाने के लिए बनाए विशेष दल- पुलिस

पुलिस के मुताबिक, बातचीत में व्यक्ति को ठेकेदार से यह कहते हुए सुना गया कि मेरे खिलाफ कई मामले चले और 100 से ज्यादा वाहन मैंने क्षतिग्रस्त किए. बीती रात पुलिस ने बताया कि शहर की पुलिस ने रिकॉर्ड की गई बातचीत की जांच करने और बातचीत कर रहे व्यक्तियों की असलियत का पता लगाने के लिए विशेष दल बनाए हैं.  बातचीत के आधार पर ही रफीक को गिरफ्तार किया गया है.