प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
ने मंगलवार को कहा कि गांवों के विकास की योजनाओं के लिए आज बजट की चिंता
नहीं है, बल्कि चिंता इस बात की है कि इसका सही समय पर सही उपयोग कैसे
हो। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल
मंडला जिले के रामनगर में ‘राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान’ का शुभारंभ करने
के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ कभी कभी गांवों के
विकास की बात आती है, पर ज्यादातर लोग बजट की बात करते हैं। लेकिन आज बजट
की चिंता कम है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज चिंता है बजट के पैसों का
सही उपयोग कैसे करें, सही समय पर उपयोग कैसे हो, सही काम के लिए कैसे हो,
सही लोगों के लिए कैसे हो।’’
मोदी ने कहा कि इस बजट का उपयोग इतनी ईमानदारी और पारदर्शिता से हो कि
गांव में हर किसी को पता होना चाहिए कि ये काम हुआ और कितने पैसों से हुआ।
मोदी ने कहा, ‘‘समस्या पैसों की नहीं है, लेकिन समस्या प्राथमिकता की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जन प्रतिनिधियों को संकल्प लेकर यह तय करना होगा कि उनके गांव का कोई भी बच्चा अनपढ़ न रहे। उन्हें अपने पांच साल के कार्यकाल में ऐसे काम करके जाना चाहिए कि बच्चे बड़े होने के बाद उन्हें याद करें कि उनकी बदौलत मेरी (बच्चे की) जिन्दगी बदल गई। आज का पंचायती राज दिवस इस तरह का संकल्प का दिवस होना चाहिए।’’
मोदी ने कहा, ‘‘समस्या पैसों की नहीं है, लेकिन समस्या प्राथमिकता की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जन प्रतिनिधियों को संकल्प लेकर यह तय करना होगा कि उनके गांव का कोई भी बच्चा अनपढ़ न रहे। उन्हें अपने पांच साल के कार्यकाल में ऐसे काम करके जाना चाहिए कि बच्चे बड़े होने के बाद उन्हें याद करें कि उनकी बदौलत मेरी (बच्चे की) जिन्दगी बदल गई। आज का पंचायती राज दिवस इस तरह का संकल्प का दिवस होना चाहिए।’’
मोदी ने जन प्रतिनिधियों से
आह्वान किया कि वे अपनी-अपनी पंचायतों में यह सुनिश्चित करें कि जनधन एवं
प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत हर व्यक्ति कवर हो। उन्होंने कहा कि
प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत लोगों को अपना दो लाख रुपये का बीमा करने
के लिए प्रीमियम मात्र 90 पैसा देना पड़ता है। इस अवसर पर मोदी ने
प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत बीमा कराने वाले एक व्यक्ति का हाल ही में
निधन होने पर उसकी पत्नी को दो लाख रूपये का चेक भी दिया। उन्होंने जन
प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने को जनता का सेवक समझें और पूरे समर्पित भाव
से उनकी सेवा करें। इसके अलावा, उन्होंने मंडला जिले के मनेरी में 120
करोड़ रूपये लागत के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला भी रखी। इससे मंडला
एवं इससे सटे हुए जिलों बालाघाट, सिंगरौली, रीवा, शहडोल एवं जबलपुर सहित
अन्य जगहों में घरेलू एलपीजी गैस पहुंचाने में सुविधा मिलेगी।