PM मोदी ने स्वीडन को बताया 'मेक इन इंडिया' का बड़े साझेदार, कई समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

 


भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्वीडन में अपने आधिकारिक दौरे के शुरुआत कर चुके हैं। स्वीडन पहुंचकर पीएम मोदी ने किंग कार्ल 16वें गुस्ताफ से रॉयल पैलेस में मुलाकात की।

पीएम मोदी 5 दिनों के लिए यूरोप के तीन देशों के अपने दौरे पर हैं। यहां स्वीडन के बाद ब्रिटेन और जर्मनी जाएंगे। यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने आज स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टेफान लोवेन के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।

पीएम ने कहा कि स्वीडन हमारे मेक इन इंडिया प्रोग्राम का बड़ा साझेदार है। 2016 में मुंबई समिट 2016 के दौरान स्वीडन प्रधानमंत्री बड़े डेलिगेशन के साथ आए थे। ये मेरी स्वीडन का पहला दौरा है और करीब 30 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का दौरा है स्वीडन के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में आज की बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।

द्विपक्षीय सम्मेलन के बाद मोदी और लोवेन, स्वीडन की कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ गोलमेज वार्ता में भाग लेंगे। भारत और स्वीडन मंगलवार को पहले इंडिया-नोरडिक शिखर सम्मेलन की सह अध्यक्षता करेंगे।

इसमें मोदी और लोवेन के अलावा चार नोरडिक देश डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे के प्रधानमंत्री भी मौजूद रहेंगे।  मोदी शिखर सम्मेलन से इतर चार अन्य नोरडिक देशों के नेताओं के साथ अलग अलग द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

मोदी स्वीडन से ब्रिटेन के लिए रवाना होंगे, जहां वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे के साथ 18 अप्रैल को द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। वह अपनी यात्रा के दूसरे चरण के लिए लंदन रवाना होने से पहले मंगलवार देर रात को स्टॉकहोम विश्वविद्यालय में भारतीय समुदाय के सम्मेलन में भी शामिल होंगे।


पीएम मोदी बुधवार को लंदन के उसी ऐतिहसिक वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हॉल में भारत की बात सबके साथ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जहां साल 1931 में गांधी जी भी एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके अलावा पीएम ब्रिटेन के राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में सिर्फ मोदी लिमोजिन कार में सफर करेंगे बाकी सब देशों के नेता स्पेशन बस में सफर करेंगे।