कश्मीर में अब आतंकियों की खैर नहीं, NSG कमांडोंज के हाथ घाटी की कमान


कश्मीर में सुरक्षा के लिहाज से जल्द ही राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड  (एन.एस.जी.) फोर्सेज की तैनाती की जाने वाली है। गृह मंत्रालय में एक महीने पहले हुई एक अहम बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक घाटी में बढ़ रही हिंसा के मद्देनजर विशेष एनएसजी दस्ता तैयार किया जाएगा। इस दल का नाम काउंटर टेररिस्ट टास्क फोर्स होगा। एन.एस.जी. दल की व्यापक स्तर पर तैनाती पहली बार होगी। इस दल में सौ खास तरीके से ट्रेंड कमांडोज को शामिल किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर में सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन खत्म होने के बाद महत्वपूर्ण जगहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी। आतंकियों से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने वहां एन.एस.जी के कमांडो तैनात किए हैं। गृह मंत्रालय को उम्मीद है कि जल्द ही एन.एस.जी. के 100 कमांडो बी.एस.एफ . के शिविरों पर तैनात कर दिए जाएंगे। उन्हें एयरपोर्ट के आसपास तैनात किया जाएगा। 


श्रीनगर में ले रहे हैं ट्रेनिंग
एक अधिकारी के मुताबिक ये कमांडो एंटी-हाईजेक ड्रिल करने में माहिर हैं। पिछले महीने गृह मंत्रालय ने एन.एस.जी. कमांडो को कश्मीर में तैनात करने के लिए हरी झंडी दी थी। एन.एस.जी. कमांडो पिछले दो सप्ताह से बीएसएफ के हुमहुमा कैंप पर ट्रेनिंग कर रहे हैं। 




ऑपरेशन ब्लू स्टार के दोरान किया गया था गठन
जम्मू-कश्मीर में पी.डी.पी-भाजपा सरकार गिरने के बाद राज्यपाल शासन लागू किया गया है। एनएसजी का गठन वर्ष 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद किया गया था। ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान पंजाब के अमृतसर शहर में स्वर्ण मंदिर में छिपे आतंकवादियों का सफाया किया गया था, इस समय एनएसजी में करीब 7500 जवान हैं।