राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को भाजपा
के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आश्चर्य जताया कि कोई
युद्ध न होते हुए भी आखिर सीमा पर सैनिक शहीद क्यों हो रहे हैं और अयोध्या
में राम मंदिर निर्माण में देरी क्यों हो रही है। यहां गुरुवार शाम ‘प्रहार
समाज जागृति संस्था’ की रजत जयंती पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने
इस बात पर नाराजगी जताई कि सीमा पर कोई युद्ध न होते हुए भी सैनिक लगातार
शहीद हो रहे हैं।
भागवत ने कहा, “ऐसा इसलिए है, क्योंकि हम अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं।
आजादी से पहले लोगों ने देश के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी। आजादी के बाद
सीमा पर युद्ध के दौरान भी ऐसा हुआ। लेकिन इस समय वहां कोई युद्ध नहीं चल
रहा है..फिर भी लोग शहीद हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि सीमा पर किसी सैनिक के शहीद होने की कोई वजह नहीं है, लेकिन बगैर किसी युद्ध के यह हो रहा है।अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में विलंब पर नाराजगी जाहिर करते हुए आरएसएस
महासचिव सुरेश ‘भैयाजी’ जोशी ने तीखी टिप्पणी की कि “अब इसका (मंदिर)
निर्माण 2025 में होगा।”
भागवत ने जनता और समाज से देश को महान बनाने में योगदान करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर कोई कोशिश करे और सबकुछ सरकार, पुलिस और सेना पर छोड़ दे।