राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस
दौरान सदन में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद मौजूद रहे।प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने
राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति ने अपने भाषण में विकास, नीति समेत
कई बड़े मुद्दों का जिक्र किया। इसी के साथ उन्होंने नई सरकार को भी बधाई
दी।
पढ़ें राष्ट्रपति के अभिभाषण की अहम बातें-
मैं आप सभी से आगामी पांच वर्षों के दौरान भारत के नव-निर्माण के लिए
स्वयं को समर्पित करने तथा अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाने का
आह्वान करते हुए, आप सभी को पुनः हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं: राष्ट्रपति
कोविन्द
सीमा पार आतंकवादी ठिकानों पर, पहले सर्जिकल स्ट्राइक और फिर पुलवामा
हमले के बाद एयर स्ट्राइक करके भारत ने अपने इरादों और क्षमताओं को
प्रदर्शित किया है। भविष्य में भी अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए
जाएंगे: राष्ट्रपति कोविन्द
इस वर्ष, दुनिया भर में आयोजित हो रहे, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती
के कार्यक्रमों से भारत की ‘Thought Leadership’ को बढ़ावा मिलेगा। इसी
प्रकार, गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती के कार्यक्रमों से भी, भारत के
आध्यात्मिक ज्ञान का प्रकाश पूरे विश्व में फैलेगा : राष्ट्रपति कोविन्द
मेरी सरकार, विदेशों में बसे तथा वहां कार्यरत भारतीयों के हितों की
रक्षा के प्रति भी सजग है। आज विदेश में अगर कोई भारतीय संकट में फंसता है
तो उसे शीघ्र मदद और राहत का भरोसा होता है। पासपोर्ट से लेकर वीज़ा तक की
अनेक सेवाओं को आसान और सुलभ बनाया गया है — राष्ट्रपति कोविन्द
आज आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा विश्व, भारत के साथ खड़ा है। देश में बड़े
आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा
अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करना इसका बहुत बड़ा प्रमाण है : राष्ट्रपति
कोविन्द
मेरी सरकार, विदेशों में बसे तथा वहां कार्यरत भारतीयों के हितों की
रक्षा के प्रति भी सजग है। आज विदेश में अगर कोई भारतीय संकट में फंसता है
तो उसे शीघ्र मदद और राहत का भरोसा होता है। पासपोर्ट से लेकर वीज़ा तक की
अनेक सेवाओं को आसान और सुलभ बनाया गया है — राष्ट्रपति कोविन्द
आज आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा विश्व, भारत के साथ खड़ा है। देश में बड़े
आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा
अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करना इसका बहुत बड़ा प्रमाण है : राष्ट्रपति
कोविन्द