कसौली भीड़-भाड़ से दूर पहाड़ी पर बसा एक
बहुत ही खूबसूरत शहर है। देवदार के वृक्षों से भरे जंगलों के बीच स्थित यह
शहर बेहद सुंदर प्रकृतिक नजारे पेश करता है। यहां के जंगलों में आपको
जानवरों की कुछ ऐसी प्रजातियां देखने को मिलेंगी जो शायद भारत के अन्य
शहरों में लगभग लुप्त हो चुकी हैं। यहां का शांत और आकर्षिक वातावरण सभी को
अपनी ओर खींचता है।
कसौली का इतिहास
कसौली शहर राजपूत परिवारों द्वारा बसाया गया
शहर है। राजस्थान में रह रहें लोगों ने जब पानी की किल्लत को महसूस किया
तो उन्होंने अपना रुख 'कसूल' गांव की तरफ किया। कसूल में पानी के झरने बहा
करते थे जिस वजह से हरियाणवियों ने इम जगह का रुख किया। जब अंग्रेज भारत
में आए तो उन्होंने इस शहर की खूबसूरती को देखते हुए यहां के राणा से इस
शहर को खरीद लिया। काफी समय तक ब्रिटिश लोग यहां अपना राज करते रहे इसी वजह
से ब्रिटिश समाज से रिलेटिड आपको यहां कई इमारतें देखने को मिलेंगी। चलिए
अब जानते हैं कसौली में घूमने लायक जगहों के बारे में...
कसौली का प्रमुख दर्शनीय स्थल क्राइस्ट चर्च
क्राइस्ट चर्च कसौली के मॉल रोड पर स्थित एक
बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इस चर्च का निर्माण 1853
में अंग्रेजों द्वारा करवाया गया था। अंग्रेजों ने इसका निर्माण वास्तु
शास्त्रों के अनुसार करवाया था। इस चर्च की कांच से बनी खिड़कियां सबसे
अधिक आकर्षण का केंद्र है। कसौली में खूबसूरत नजारों को देखने के साथ-साथ
पर्यटक इस चर्च में आकर अलग शांति महसूस करते हैं।
कसौली का सबसे खास मंदिर श्री बाबा बालक नाथ मंदिर
वैसे तो कसौली में बहुत से मंदिर हैं लेकिन
यहां का बाबा बालक नाथ मंदिर प्रमुख मंदिरों में से एक है। यह मंदिर कसौली
से 3 किमी दूर स्थित है जहां आप बस या टैक्सी की मदद से आसानी से पहुंच
सकते हैं। असल में यह मंदिर यहां आने वाले श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी
करता है। ऐसे में लोग दूर-दूर से इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं।
कसौली में देखने की खास जगह हैं सनसेट प्वाइंट
सनसेट प्वाइंट कसौली के प्रसिद्ध पर्यटक
स्थलों में से एक है। सूर्यास्त के समय देवदार के पेड़ों और सुंदर घाटियों
के बीच इस जगह पर शांति का आनंद लेने लोग दूर-दूर से आते हैं। अगर आप भी इस
जगह को देखने जाते हैं तो ध्यान रखें कि रात होने से पहले अपने होटेल
वापिस आ जाएं नहीं तो सूर्य ढलने के बाद वापिस आने के लिए यहां आपको कोई
सुविधा नहीं मिलेगी।
कसौली में देखने की खास जगह गोरखा किला
गोरखों के साहस और वीरता को दर्शाता कसौली
का 'गोरखा किला' यहां के प्रमुख दार्शनिक स्थलों में से एक है। इस किले का
निर्माण 1900 ईस्वी में गोरखा सेना के प्रमुख अमर सिंह थापा द्वारा किया
गया था। आसपास घने जंगलों से घिरा यह किला बेहद ही खूबसूरत नजारा पेश करता
है। इसे अंग्रेजी में लंदन फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। कसौली जाने पर
इस किले को देखना न भूलें।
कसौली में रेस्तरां और स्थानीय भोजन
कसौली में घूमने के साथ-साथ आप यहां के
स्थानीय और पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चख कर अपनी यात्रा को खास बना सकते
हैं। कसौली में खास खाने की चीजों में खसखस का हलवा, कढ़ी और सिदू (एक
प्रकार की ब्रेड) शामिल है। यहां जाकर आपको हिमाचली ग्रीन जिंजर-टी का
स्वाद जरुर चखना चाहिए। इसके अलावा यहां के फ़ास्ट फूड्स में आलू टिक्की,
समोसे, कचोरी, छोले भटूरे, ब्रेड पकोड़े और भी बहुत कुछ शामिल हैं। यानि कि
घूमने-फिरने से लेकर पेट-पूजा तक आपको पूरी तरह संतुष्ट करके ही वापिस
भेजेगा कसौली शहर।