रिलायंस इंडस्ट्रीज का वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ
6.8 प्रतिशत बढ़कर 10,104 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की आमदनी 22.1 प्रतिशत
बढ़कर 1,72,956 करोड़ रुपये रही। रिलायंस जियो का शुद्ध मुनाफा पहली तिमाही
में 45.6 प्रतिशत बढ़कर 891 करोड़ रुपये रहा।
देश के शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज
ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों को जारी कर दिया है। नतीजों के
हिसाब से कंपनी का मुनाफा सात फीसदी बढ़ गया है। वहीं आय में 21.25 फीसदी
की बढ़ोतरी दर्ज की है। गौरतलब है कि कंपनी तेल से लेकर के टेलीकॉम के
कारोबार से जुड़ी हुई है।
कंपनी को पहली तिमाही में 10,104 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा हुआ
है वहीं इस अवधि में कंपनी की आय 1.61 लाख करोड़ रुपये रही है। पिछले साल
की पहली तिमाही में कंपनी को 9,459 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, वहीं आय
1.33 लाख करोड़ रुपये थी।
पेट्रोकेमिकल से इबिटा 7,508 करोड़ रुपये रहा, जबकि रिफाइनिंग और रिटेल से इबिटा क्रमशः 4,508 करोड़ रुपये और 1,777 करोड़ रुपये रहा।
जियो की आय में 44 फीसदी इजाफा
वहीं रिलायंस जियो की आय में साल दर साल के आधार पर 44 फीसदी और तिमाही
आधार पर 5.20 फीसदी का इजाफा देखने को मिला। जियो की आय 11,679 करोड़ रुपये
रही। वहीं कंपनी की इबिटडा मार्जिन साल दर साल आधार पर 130 बीपीएस बढ़कर
40.10 फीसदी हो गई।
लोगों ने खर्च किया 1090 करोड़ जीबी डाटा
पहली तिमाही में जियो के ग्राहकों ने 1090 करोड़ जीबी का डाटा खर्च कर
दिया। इस हिसाब से प्रत्येक ग्राहक ने हर महीने 11.4 जीबी का डाटा प्रयोग
किया। वहीं 821 मिनट प्रति माह वॉयस सर्विस पर खर्च किए। इस हिसाब से पूरी
तिमाही में कुल 78,597 करोड़ मिनट की बातचीत ग्राहकोंं ने की है। इस दौरान
हर महीने 1.1 करोड़ नए ग्राहकों को जोड़ा है। वहीं कंपनी के टावर बिजनेस
में ब्रुकफील्ड और सहयोगी कंपनियां 25,215 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इस
दौरान प्रति ग्राहक से होने वाली औसत आय 122 रुपये प्रति महीने दर्ज की
गई।
6.4 फीसदी बढ़ी रिफाइनिंग से आय
कंपनी की रिफाइनिंग और मार्केटिंग से आय में 6.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने
को मिली है। यहां से कुल 1,01,721 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि इबिट 15.2
फीसदी घटकर 4,508 करोड़ रुपये रह गया। पेट्रोकेमिकल्स से होने वाली आय 6.6
फीसदी घटकर 37, 611 रुपये रह गई। वहीं तेल और गैस से होने वाली कमाई 35.5
फीसदी घटकर केवल 923 करोड़ रुपये रह गई।
रिटेल व्यापार
कंपनी का रिटेल व्यापार सबसे तेजी से बढ़ा। कंपनी के इस सेगमेंट की
बिक्री 47.5 फीसदी बढ़कर 38,196 करोड़ रुपये हो गई, जो कि पिछले साल की
पहली तिमाही में 25,890 करोड़ रुपये थी। रिटेल बिजनेस का इबिटडा 69.9 फीसदी
बढ़कर 2,049 करोड़ रुपये हो गया, जोकि पिछले वित्त वर्ष में 1206 करोड़
रुपये था। फिलहाल रिलायंस रिटेल देश के 6700 शहरों में 10,644 स्टोर खोले
हुए है।