बुरी नजर सिर्फ
करियर, कारोबार या धन-संपदा पर ही नहीं लगती बल्कि इसका असर सेहत पर भी
पड़ता है। हमारे आस-पास बहुत से बैक्टीरिया और वायरस होते हैं। जब
इम्यूनिटी कमजोर होती है तो आप इन बैक्टीरिया और वायरस के संपर्क में जल्दी
आ जाते हैं, जिसका मुख्य कारण होता है तनाव। दरअसल, जब लोग अपने आस-पास की
नेगेटिविटी को अब्जॉर्ब कर लेते हैं तो उससे वह खुद को थका हुआ महसूस करने
लगते हैं, जिससे वो जल्दी फ्लू, बुखार की चपेट में आ जाते हैं।
क्यों लगती है बुरी नजर?
दुनिया में तीन तरह की ऊर्जा काम करती हैं-
सकारात्मक, नकारात्मक और विरोधात्मक। यह ऊर्जा हमारी सोच, व्यवहार, आदत और
शब्दों से बनती है। शरीर और घर में आमतौर पर सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा
होती है और जब आप इस नेगेटिव एनर्जी का असर स्वास्थ्य, सोच और कार्यों पर
पड़ता है तो उसे नजर लगना कहते हैं।
क्या कहता है विज्ञान
कुछ लोग नजर लगने को सिर्फ एक वहम मानते
हैं। जबकि नजर लगना कोई मन का वहम नहीं बल्कि एक वैज्ञानिक क्रिया है।
विज्ञान के अनुसार, शरीर में विद्युत तरंगें होती है। इन विद्युत तरंगों से
किसी प्रकार से बाधित होने पर शरीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
कैसे करें बचाव?
अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो इसके
लिए आप नजरबट्टू लगा सकते हैं। इसके अलावा हाथ में काला धागा बांध लें।
इससे भी आप बुरी नजर से बचे रहेंगे।
ये भी हैं उपाय
-विज्ञान मानता है कि काला रंग ऊष्मा का
अवशोषक है। ऐसे में जब आप काला टीका या काला धागा पहनते हैं तो वह किसी भी
प्रकार की ऊष्मा (बुरी नजर) को शरीर में प्रवेश नहीं करने देता और खुद में
अवशोषित कर लेता है। इससे आप बुरी नजर से बचे रहते हैं।
-घर से बाहर निकलते समय गुड़ खाएं। इससे आपके दिमाग में नेगेटिव ख्याल नहीं आते।
-अपने आस-पास ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। इससे सकारात्मकता बढ़ेगा और आप नेगेटिव एनर्जी के संपर्क में नहीं आएंगे।
-रोज तुलसी की 2 पत्तियां चबाने से आप बैक्टीरिया से बचे रहते हैं और इससे तनाव भी नहीं होता।