73वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने
राष्ट्र के नाम सन्देश देते हुए भरोसा दिलाया कि जम्मू-कश्मीर से
अनुच्छेद 370 का हटना वहां के लोगों के लिए फायदेमंद होगा। इस संबोधन में
उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, ‘मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर
और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के निवासी बहुत अधिक
लाभान्वित होंगे।’ साथ ही राष्ट्रपति ने कहा, ‘सरकार, लोगों की
आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने में उनकी सहायता के लिए बेहतर बुनियादी
सुविधाएं और सामर्थ्य उन्हें उपलब्ध करा रही है।’
देशवासियों का स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि, “मैं आप
सभी को स्वाधीनता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं।” इसके अलावा
उन्होंने कहा कि “मेरी कामना है कि हमारी समावेशी संस्कृति, हमारे आदर्श,
हमारी करुणा, हमारी जिज्ञासा और हमारा भाई-चारा सदैव बना रहे और हम सभी, इन
जीवन-मूल्यों की छाया में आगे बढ़ते रहें। हमारी संस्कृति की यह विशेषता
है कि हम सब प्रकृति के लिए और सभी जीवों के लिए प्रेम और करुणा का भाव
रखते हैं। पूरी दुनिया के जंगली बाघों की तीन-चौथाई आबादी को हमने सुरक्षित
बसेरा दिया है।”
भारत के प्रति अपनी संवेदनशीलता बनाए रखने को लेकर उन्होंने कहा, “मुझे
विश्वास है कि समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए भारत, अपनी संवेदनशीलता बनाए
रखेगा। भारत, अपने आदर्शों पर अटल रहेगा। भारत अपने जीवन मूल्यों को संजोकर
रखेगा और साहस की परंपरा को आगे बढ़ाएगा। भारत युवाओं का देश है। हमारे
युवाओं की ऊर्जा खेल से लेकर विज्ञान तक और ज्ञान की खोज से लेकर सॉफ्ट
स्किल तक कई क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा बिखेर रही है।”
उन्होंने कहा कि हर घर में शौचालय और पानी उपलब्ध कराने का पूरा लाभ तभी
मिलेगा जब इन सुविधाओं से, हमारी बहन-बेटियों का सशक्तीकरण हो और उनकी
गरिमा बढ़े। सरकार, लोगों की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने में उनकी
सहायता के लिए बेहतर बुनियादी सुविधाएं और सामर्थ्य उन्हें उपलब्ध करा रही
है।
73वें स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि, यह
स्वाधीनता दिवस भारत-माता की सभी संतानों के लिए बेहद खुशी का दिन है, चाहे
वे देश में हों या विदेश में। हम अपने उन असंख्य स्वतंत्राता सेनानियों और
क्रांतिकारियों को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं, जिन्होंने हमें आजादी
दिलाने के लिए संघर्ष, त्याग और बलिदान के महान आदर्श प्रस्तुत किए.
वर्तमान में चल रहे हमारे अनेक प्रयास गांधीजी के विचारों को ही यथार्थ रूप
देते हैं। सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने पर विशेष जोर देना भी गांधीजी की
सोच के अनुरूप है।
उन्होंने कहा कि, “2019 का यह साल, गुरु नानक देवजी का 550वां जयंती
वर्ष भी है। वे भारत के सबसे महान संतों में से एक हैं। गुरु नानक देवजी के
सभी अनुयायियों को मैं इस पावन जयंती वर्ष के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं
देता हूं।”
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने को लेकर उन्होंने कहा कि “मुझे विश्वास
है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के
निवासी बहुत अधिक लाभान्वित होंगे।”
लोकसभा और राज्यसभा में चले सफल सत्र को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
ने कहा कि, “मुझे इस बात की खुशी है कि संसद के हाल ही में संपन्न हुए सत्र
में लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों की बैठकें बहुत सफल रही हैं।”