पाकिस्तान के जोल में बंद भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की
फांसी पर इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने रोक लगा दी थी। अब इसके बाद
पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को कुलभूषण जाधव से मिलने का प्रस्ताव दिया
है। इस ऑफर के बारे में बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रविश
कुमार ने कहा कि, हम फिलहाल ऑफर पर विचार कर रहे हैं और इसका पूरा आकलन
करने के बाद पाकिस्तान को कूटनीतिक चौनल से जवाब दिया जाएगा।
इससे पहले पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने बताया
कि भारतीय दूतावास को इस संबंध में प्रस्ताव सौंप दिया गया है। 49 वर्षीय
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने ‘जासूसी और आतंकवाद’ के
आरोप में मौत की सजा सुनाई थी। पाक अदालत के इस फैसले के खिलाफ भारत ने
इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में अपील की थी। इस पर आईसीजे ने पाकिस्तान को
17 जुलाई को दिए आदेश में फांसी पर रोक लगाने को कहा था।
पाकिस्तान ने इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले के करीब दो सप्ताह
भारत को राजनयिक पहुंच का प्रस्ताव दिया है। बता दें कि इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ
जस्टिस ने भी कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच मुहैया कराने का आदेश दिया
था। इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने अपने 42 पन्नों के आदेश में कहा था कि
पाकिस्तान ने कुलभूषण तक राजनयिक पहुंच को रोक को वियना संधि का का उल्लंघन
किया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को लेकर दावा करता है कि उसने
उन्हें बलूचिस्तान से 3 मार्च, 2016 को गिरफ्तार किया था। दूसरी तरफ भारत
का कहना है कि जाधव को पाकिस्तान ने चालाकी से ईरान से गिरफ्तार किया था,
जहां वह नेवी से रिटायर होने के बाद कारोबार के सिलसिले में आते-जाते रहते
थे।
इस बीच पाकिस्तान की ओर से एक भारतीय जासूस को अरेस्ट किए जाने संबंधी
मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम
गैर-प्रमाणिक रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया नहीं देते। अब तक हमने पाकिस्तान की
ओर से ऐसी किसी बात की जानकारी नहीं मिली है।