प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां शनिवार को अत्याधुनिक औरंगाबाद
औद्योगिक शहर (एयूआरआईसी) शेंद्र परियोजना देश को समर्पित की, जो भारत का
पहला ‘वॉक-टू-वर्क’ स्मार्ट सिटी है। इसका लक्ष्य वैश्विक निवेशकों के जरिए
600 से 700 अरब रुपये निवेश करने का है। इस हाई-टेक एयूआरआईसी सिटी की
अवधारणा में आवास योजनाएं, कार्यस्थल और शॉपिंग प्लाजा को आसपास के क्षेत्र
में विकसित किया जाएगा, जहां चलने योग्य सड़कें(वॉकेबल स्ट्रीट्स), ब्लॉक
और पहुंचने योग्य सार्वजनिक स्थल(रिचेबल पब्लिक स्पेसस) शामिल होंगे।
मोदी ने कहा, “नए डिजिटल युग के पारिस्थितिकि तंत्र(इकोसिस्टम) में,
व्यापार और उद्योगों की आवश्यकता तेजी से विकसित होती है और ऐसे व्यवसाय और
उद्योग जो खुफिया और स्मार्ट प्रौद्योगिकी के नए परिप्रेक्ष्य में अपने
मूल्यों को फ्रेम करते हैं, उन्हें एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र मुहैया
कराना तार्किक है, जो खुद में ही स्मार्ट प्रकृति का है।”
उन्होंने कहा कि औरंगाबाद में एयूआरआईसी सिटी ने न केवल देश को बल्कि
दुनिया को दिखाया है कि कैसे इस तरह का इकोसिस्टम सभी साझेदारों की भलाई के
लिए काम कर सकता है।
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि 60,000 से 70,000
करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने के अलावा, यह क्षेत्र के लाखों लोगों
के लिए रोजगार सृजन में मदद करेगा।