कांग्रेस से लंब समय से नाराज चल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थाम लिया। इस तरह से कांग्रेस के खेमे से एक ताकतवर नेता का पार्टी छोड़कर चला जाना पार्टी के लिए काफी परेशानी का सबब बन गया है। बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा और वादाखिलाफी के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, ”मैं सर्वप्रथम आदरणीय नड्डा जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि आपने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया और एक स्थान दिया।”
सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस आज वो पार्टी नहीं रही जो पहले थी, मन दुखी है। जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति आज उस संगठन के माध्यम से नहीं हो पाती। सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में तबादला उद्योग चल रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और इसके बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज जैसे ही बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया यह कयास तेज हो गई थी कि भाजपा उनको राज्यसभा के उम्मीदवार के तौर पर मध्यप्रदेश में पेश करेगी। पार्टी में शामिल होते ही भाजपा ने ऐसा किया भी। भाजपा की तरफ से उनको उपहार स्वरूप भाजपा की तरफ से राज्यसभा का टिकट दे दिया गया। बीजेपी ने अपने पुराने दोनों राज्यसभा सदस्यों का टिकट काटकर मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया और हर्ष चौहान को प्रत्याशी बनाया है।
मध्य प्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को चुनाव होने हैं। बीजेपी कोटे से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया तो कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। अपने पुराने दोनों राज्यसभा सदस्यों को इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है और उनकी जगह सिंधिया और हर्ष चौहान को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। बीजेपी के इस फैसले से प्रभात झा नाराज चल रहे हैं।