कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच पाकिस्तान का डर सामने आया है। पाकिस्तान ने कोरोनावायरस को लेकर भारत से साथ काम करने के संकेत दिए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इच्छा जताई है कि वह कोरोनावायरस के खिलाफ भारत के साथ मिलकर लड़ेगा।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की विदेश कार्यालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने प्रेस ब्रीफिंग में कोरोना पर भारत के साथ काम करने के सवाल पर कहा कि पाकिस्तान इस वायरस से निपटने के लिए अपने पड़ोसी देशों के साथ काम कर सकता है।
प्रवक्ता ने कहा, “पाकिस्तान की सरकार बहुत बारीकी से स्थिति की निगरानी कर रही है व पाकिस्तान के नागरिकों के लिए आवश्यक कदम उठाएगी और हम हमारे पड़ोसी देशों को कोई भी सहायता प्रदान करने को भी तैयार हैं।”
आपको बता दें कि सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं भारत के पड़ोसी देश नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और भूटान ने भी पीएम मोदी द्वारा शुक्रवार को दिए प्रस्ताव पर समर्थन दिया और पीएम मोदी की तारीफ की। पीएम मोदी ने एक ट्वीट में लिखा था कि, “मैं प्रस्ताव करना चाहूंगा कि सार्क देशों के नेतृत्व ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए एक मजबूत रणनीति बनाई जाए। अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने को लेकर हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर सकते हैं। एक साथ, हम दुनिया के लिए एक उदाहरण निर्धारित कर सकते हैं और एक स्वस्थ ग्रह में योगदान कर सकते हैं।”
इस ट्वीट के बाद श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे ने ट्वीट कर लिखा कि कोरोना वायरस के मसले पर श्रीलंका बात करने को तैयार है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे वक्त पर शानदार मुहिम की शुरुआत की है।
भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय त्शेरिंग ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम का समर्थन किया। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि इसे ही नेतृत्व कहते हैं। वहीं मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया किया और ट्वीट में लिखा कि कोरोना वायरस को हराने के लिए सभी को एकसाथ आने की जरूरत है। हम क्षेत्रीय एकता दिखाने की मुहिम का समर्थन करते हैं।
इसके अलावा नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव पर कहा कि हमारी सरकार इस मुहिम में साथ देने के लिए तैयार है।