कोविड-19 : इंदौर में सर्वे कर रही टीचर पर हुई जानलेवा हमले की कोशिश, मोबाइल तोड़ डाले, 2 लोग जख्मी, कमिश्नर ने कही ये बात

कोरोनावायरस और हमारे बीच जंग में हर कोरोनायोद्धा दीवार बनकर खड़ा हुआ है। मगर इस महामारी के बीच भी कई सारे ऐसे लोग हैं जो इन कोरोना योद्धाओं का सम्मान करने की बजाय उन पर लगातार हमले कर रहे हैं। कुछ लोग प्रधानमंत्री द्वारा किए गए आह्वान का खुलकर विरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वारियर्स का सम्मान करने की अपील देश के सभी नागरिकों से की थी, जिससे कि कोरोना के खिलाफ एक सामूहिक जंग में इन लोगों को हमारी पूरी मदद मिल सके। मगर हमारी जिंदगी बचाने के लिए जान दांव पर लगाकर ड्यूटी करने वाले इंदौर के कोरोना योद्धाओं पर 15 दिन में तीसरी बार हमले की घटना सामने आई है। शनिवार काे पलासिया क्षेत्र के विनोबानगर में एक बदमाश ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमले की कोशिश की।
3 तीन महिलाकर्मियों की टीम कोरोना को लेकर सर्वे करने पहुंची थी। आरोपी ने एक महिलाकर्मी को धक्का दिया औरमोबाइल छीनकर तोड़ दिया। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया। इसमें 2 अन्य घायल हो गए। पड़ोसियों का आरोप है कि ये आरोपी इलाके में कच्ची शराब बेचने का धंधा करता है। उधर, कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने मामले को पड़ोसियों का आपसी झगड़ा बताया।
वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के सर्वे इन्चार्ज डॉ. प्रवीण चौरे ने ये दावा किया है कि आदतन अपराधी पारस ने सर्वे टीम पर हमले को अंजाम दिया था। आरोपी लॉकडाउन के दौरान ऑटो से शराब बेचने का काम कर रहा था। इसके अलावा उस पर गांजा बेचने का भी आरोप है। शुक्रवार रात इसी बात को लेकर उसका पड़ोसियों से विवाद हुआ था। शनिवार सुबह भी वहां तनातनी का माहौल था। तभी सर्वे टीम पहुंची तो उसने हमला कर दिया। सर्वे टीम को मोबाइल पर ही डाटा एंट्री करनी होती है। एक महिला टीचर मोबाइल पर डाटा अपडेट कर रही थी। आरोपी को लगा कि वे उसकी किसी से शिकायत कर रही हैं। उसने उन पर हमला कर दिया। हालांकि, इस दौरान महिलाकर्मी हट गईं। उसने मोबाइल फ़ोन छीनकर जमीन पर दे मारा। इसके बाद आरोपी ने पड़ोसियों पर भी हमला किया। इसमें महिलाकर्मी सहित कुल चार लोग घायल हुए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले इंदौर में की स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम पर कुछ लोगों ने हमला किया था। जिसके बाद उन पर पुलिसिया कार्रवाई हुई थी और सभी आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया था।