बिहार चुनाव में अब रोजगार बनाम सरकारी नौकरी की जंग छिड़ गई है। राजद के 10 लाख सरकारी नौकरियों के वादे के जवाब में भाजपा के 19 लाख लोगों रोजगार के दावे पर सियासत गर्मा गई है। गुरुवार को भाजपा के संकल्प पत्र में 19 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया गया है। इस पर तंज कसते हुए महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकारी नौकरी और रोजगार में फर्क होता है। भाजपा जो कह रही है वो तो पकौड़ा बेचना भी हुआ।
तेजस्वी बोले-बिहार में भाजपा के पास कोई चेेेेहरा नहीं
इसके पहले तेजस्वी ने भाजपा पर यह कहकर प्रहार किया कि बिहार में उसके पास कोई चेहरा नहीं इसलिए संकल्प पत्र जारी करने के लिए वित्त मंत्री को आना पड़ा। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री को पहले यह बताना चाहिए कि उन्होंने बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया?
गुरुवार को केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज पटना में भाजपा के '5 सूत्र, एक लक्ष्य, 11 संकल्प' के विजन डाक्यूमेंट को जारी किया। इस घोषणा पत्र में बीजेपी ने 19 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि एक हजार नए किसान उत्पाद संघों को आपस में जोड़कर राज्यभर के विशेष सफल उत्पाद, (जैसे- मक्का, फल, सब्जी, चूड़ा, मखाना, पान, मशाला, शहद, मेंथा, औषधीय पौधों के लिए सप्लाई चेन विकसित करेंगे) और 10 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को बिहार चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया। कांग्रेस के इस घोषणा पत्र में 10 लाख युवाओं को रोजगार और जिन लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा, उन्हें 1500 रुपये मासिक दिए जाएंगे की बात लिखी है। वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपना मेनीफेस्टो जारी करते हुए कहा कि हमने संकल्प लिया है कि हमारी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में युवाओं को 10 लाख रोजगार देने पर मुहर लगेगी।