हाथरस केस : सातवें दिन सात घंटे तक जेल में CBI ने की संदीप और लवकुश से पूछताछ, जानें क्या किए सवाल

हाथरस प्रकरण के मुख्य आरोपी संदीप व दूसरे आरोपी लवकुश से सबसे ज्यादा सवालों की बौछार सीबीआई ने की। सोमवार को पांच सदस्यीय टीम ने चारों आरोपियों से पूछताछ की है।


सीबीआई की टीम जिला कारागार में करीब सात घंटे तक रही। जेल प्रशासन की ओर से टीम के सदस्यों को चारों आरोपियों को मिलवाने के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी। दोपहर करीब बारह बजे टीम के पहुंचते ही आरोपियों से मुलाकात करा दी गई। यह मुलाकात शाम करीब सात बजे तक चलती रही। सीबीआई ने घटना के मुख्य आरोपी संदीप से पूछताछ शुरू की। उन्होंने संदीप से घटना की बाबत पूछने के साथ ही पीड़िता से उसकी नजदीकियों पर भी सवाल किए। सीबीआई ने सभी जवाब को रिकॉर्ड कर लिया है। इसके बाद टीम के सदस्यों ने लवकुश से सवाल-जवाब किये। उससे उसके परिजनों द्वारा किये गये दावों को लेकर भी पूछताछ की गई। दावा किया जा रहा था कि उसने तो पीड़िता को घायल अवस्था में पड़ा देखकर पानी लाकर दिया था। कुछ आरोपों में आरोपी चुप्पी भी साध गये। जिला कारागार में सीबीआई टीम के सदस्यों ने पीड़िता के परिजनों और चश्मदीद गवाह के बयानों के आधार पर भी चारों आरोपियों से सवाल जवाब किये।

हाथरस प्रकरण में पीएफआई के चार सदस्यों की रिमांड मंजूर

थुरा जिले में पांच अक्तूबर को पकड़े गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार कथित सदस्यों से अब क्राइम ब्रांच जेल में पूछताछ कर सकेगी। सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई पेशी के बाद चारों की रिमांड मंजूर हो गई है। चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में हुए गैंगरेप व पीड़िता की मौत के बाद देश भर में हंगामा हुआ था। विपक्षी दलों ने सरकार पर खूब जुबानी हमला बोला था। तमाम राजनीतिक लोग पीड़ित परिवार से मिले थे। इसी बीच मथुरा पुलिस ने पीएफआई संगठन के चार सदस्यों को मांट क्षेत्र से पकड़ लिया था। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि इन सदस्यों की हाथरस में जतीय दंगा कराने की साजिश थी। पुलिस को मनी फंडिंग के कुछ सुबूत भी मिले हैं।

इसी आधार पर चंदपा पुलिस ने अपने यहां देशद्रोह जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। मथुरा पुलिस ने पकड़े गये चारों आरोपियों को जेल भेज दिया। एक सप्ताह पहले हाथरस पुलिस ने मथुरा जेल जाकर रिमांड के लिए बी वारंट दाखिल किया था। कोरोना काल के चलते मथुरा जेल में बंद इन चारों पीएफआई के सदस्यों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सोमवार को हुई। दीवानी न्यायालय के वीडियो कान्फेसिंग रूम में सरकारी वकील की भी मौजूदगी रही। इस मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच कर रही है। सोमवार को रिमांड आवेदन मंजूर हो गया। अब क्राइम ब्रांच मथुरा जाकर आरोपियों से पूछताछ करेगी। सहायक अभियोजन अधिकारी रामबलि सिंह ने बताया कि मथुरा जेल में बंद चारों आरोपियों की रिमांड पेशी मंजूर हो गई है। अब पुलिस अग्रिम कार्यवाही करेगी।