पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अभी से प्रदेश में अपना मुआएना करना शुरू कर दिया है। दो दिन का प्रदेश दौरा करने पहुँचे गृहमंत्री ममता सरकार पर जम कर वार कर रहे हैं। कल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बंगाल को एक बार फिर सोनार बांग्ला बनाने का आह्वान किया। वहीं दूसरे दिन की शुरुआत उन्होंने दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा के साथ की।
इसके बाद वह एक स्थानीय कार्यकर्ता नवीन बिस्वास के घर पहुँचे और परंपरागत तरीके से जमीन पर बैठकर भोजन किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि वो नवीन बिस्वास और उनके परिवार के आतिथ्य भाव के लिए उनके आभारी रहेंगे।
फिर, अपने दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह ने कहा कि टीएमसी सरकार पिछले 10 सालों में उम्मीदो पर खरा नहीं उतर पाई है। जनता से किए वादे भी पूरे नहीं हुए हैं इसलिए लोगों की उम्मीद गुस्से में बदल चुकी हैं।
उन्होंने कहा, “आज मेरा बंगाल का दो दिवसीय दौरा समाप्त हो रहा है। इस दौरे के दौरान भाजपा के 4 विभागों के कार्यकर्ता और समाज के अन्य कार्यकर्ताओं से मिलना हुआ। करीब 180 से ज्यादा संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी संवाद हुआ।”
गृहमंत्री ने कहा कि बंगाल में कम्युनिस्ट शासन से त्रस्त होकर ममता बनर्जी के हाथों में बंगाल की कमान दी गई थी। मगर आज माँ, माटी और मानुष का नारा तुष्टिकरण, तानाशाही और टोलबाजी में परिवर्तित हो गया है।
उनके अनुसार, “बंगाल की जनता में एक अजीब प्रकार का वातावरण दिख रहा है। मैं जहाँ भी गया तो सैकड़ों लोग सड़कों पर आए थे। जब वो भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय श्रीराम के नारे लगाते थे, वो हमारे स्वागत में कम, ममता सरकार के प्रति गुस्से को ज्यादा दिखाते थे।”
बंगाल की जनता को आश्वस्त करते हुए अमित शाह ने कहा, “मैं बंगाल की जनता को आश्वस्त करने आया हूँ कि आपने कॉन्ग्रेस को भी 1 मौका दिया, कम्युनिस्टों को भी बार-बार मौके दिए और 2 मौके ममता जी को दिए। एक मौका मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को दे दीजिए, हम 5 वर्ष के भीतर सोनार बांग्ला बनाने का वादा करते हैं।”
बंगाल विकास, सुरक्षित सीमा और घुसपैठ नियंत्रण को अपना स्पष्ट लक्ष्य बताते हुए कहा कि TMC और दीदी का एकमात्र लक्ष्य है कि अगले टर्म में भतीजे को मुख्यमंत्री बना देना है। अब बंगाल की जनता को तय करना है कि परिवारवाद चाहिए या विकासवाद चाहिए।
अमित शाह ने कहा, “मैं ममता जी से पूछना चाहता हूँ कि उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को 2018 के बाद से पश्चिम बंगाल के अपराध रिकॉर्ड क्यों नहीं भेजे? आप क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं और क्यों? लोग राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानना चाहते हैं।”
उन्होंने दावा किया कि इस बार बंगाल के विधानसभा चुनाव वह 200 से ज्यादा सीटों से जीतेंगे और प्रदेश में उनकी सरकार ही बनेगी। उनका कहना है कि जेपी नड्डा के नेतृत्व में भाजपा बंगाल चुनाव को गंभीरता से ले रही है, क्योंकि इससे सरकार की सुरक्षा जुड़ी है, साथ ही अति पिछड़े गरीब लोगों के भले का भी सवाल है।