कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार अयोध्या की दीपावली मनाने को लेकर यूपी की योगी सरकार ने मन बनाया है कि इसबार अयोध्या की दीपोत्सव वर्चुअल तरीके से मनाया जाएगा। बता दें कि अयोध्या का दीपोत्सव सीएम योगी की प्राथमिकताओं में शामिल रहता है। ऐसे में इस बार अयोध्या के दीपोत्सव का आयोजन पूरी तरह से वर्चुअल होगा। राज्य सरकार की तरफ से निर्देश के बाद इसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है।
13 नंवबर को होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम स्थल पर कोविड प्रोटोकाल के चलते आम लोगों को जाने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही, स्वयंसेवकों को प्रवेश पत्र दिखाने पर ही प्रवेश मिलेगा। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर लगातार अयोध्या का निरीक्षण कर रहे हैं, साथ ही व्यवस्थाओं की जानकारी लेने में जुट गए हैं ताकि निर्धारित समयावधि तक सारी तैयारियां पूरी कर ली जाए। दीपोत्सव के नोडल अधिकारी एनके वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए दीपोत्सव का आयोजन पूरी तरह से वर्चुअल रहेगा।
हालांकि शेष अन्य कार्यक्रम चाहे वह झांकी हो या फिर अन्य पूर्ववत जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव स्थल में आने वाले स्वयंसेवकों को पास जारी किया जाएगा। बिना पास कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेगा। साथ ही सबकी थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
मालूम हो कि इस बार अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम योगी सरकार का चौथा दीपोत्सव कार्यक्रम है, लेकिन इस बार का समारोह कुछ अलग ही होने वाला है, ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इस बार अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है, ऐसे में इस बार कुछ अलग अंदाज में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। इसके कारण राम की पैड़ी के अलावा रामजन्मभूमि परिसर के अंदर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपक जलाएंगे। बता दें कि योगी सरकार में दीपोत्सव को राजकीय मेले का दर्जा मिल चुका है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि दीपोत्सव-2020 के दौरान प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। सम्पन्न होने वाले समस्त कार्यक्रमों में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन किया जाए। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी अपने सरकारी आवास पर एक बैठक में दीपोत्सव-2020 की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि दीपोत्सव-2020 के अवसर पर राम की पैड़ी पर 05 लाख 51 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएं। साथ ही, समस्त मठ-मन्दिरों एवं घरों में दीप प्रज्ज्वलन की ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या दीपों के प्रकाश से पूरी तरह आलोकित हो जाए। सीएम योगी ने कहा कि, मठ-मन्दिरों में भजन तथा रामायण पाठ का आयोजन कराया जाए।
बता दें कि दीपोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री स्वयं अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पहुंचकर रामलला के दर्शन करेंगे तथा वहां दीप प्रज्ज्वलित करेंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहली बार वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्ज्वलित करने की व्यवस्था की गई है। कोविड-19 के कारण जो लोग अयोध्या नहीं पहुंच पाएंगे, वह श्रीरामजन्मभूमि पर वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्ज्वलित कर सकेंगे। उन्होंने इस व्यवस्था के सुचारु क्रियान्वयन के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव पर अयोध्या की भव्य सजावट की जाए। श्रीरामजन्मभूमि, कनक भवन, राम की पैड़ी, हनुमान गढ़ी सहित सभी मन्दिरों में बिजली की सजावट की जाए। इसी प्रकार पुलों, विद्युत पोल आदि पर बिजली की झालर लगायी जाएं। इन कार्यक्रमों में एकरूपता हो। इससे दीपोत्सव की शोभा और बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि दीपोत्सव-2020 के पुनीत अवसर पर सरयू जी की भव्य एवं दिव्य आरती की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दीपोत्सव के दृष्टिगत अयोध्या में स्वच्छता का विशेष अभियान संचालित किया जाए। दीपोत्सव के कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी लोग मास्क अवश्य लगाएं।