रिलायंस समूह ने कामाख्या मंदिर को भेंट किया 20 किलो सोना, दिवाली तक मुख्य गुम्बद पर चढ़ेगी सोने की परत

देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में से एक गुवाहाटी का कामाख्या मंदिर इस साल दिवाली में सोने से सजाया जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने इस प्रोजेक्ट की ज़िम्मेदारी ली है जिसके तहत कामाख्या मंदिर के गुंबद को सजाने के लिए 20 किलो सोना उपहार स्वरुप दिया है। इस शिखर पर पत्ती के आकर में सोने की परत (लीफिंग) चढ़ाई जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ आरआईएल इस मंदिर के शिखर को दिवाली से पहले 20 किलो सोने से सुसज्जित करेगा। 


इस प्रोजेक्ट को रिलायंस समूह की तरफ से कामाख्या मंदिर के लिए उपहार के रूप में बताया जा रहा है। रिलायंस समूह के मुखिया मुकेश अंबानी ने मंदिर के प्रशासन से जुड़े लोगों से वादा किया है कि वह मंदिर की सज्जा (लीफिंग) के लिए 20 किलो सोना दान करेंगे। वहीं, कामाख्या मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि रिलायंस समूह की तरफ से सोना भेजा जा चुका है जो कि कुछ दिन पहले ही वहाँ पहुँचा। इसके अलावा, रिलायंस समूह के आभूषण संभाग (jewellery division) की तरफ से सजावट का काम पहले ही शुरू किया जा चुका है।

रिलायंस समूह ने प्रोजेक्ट के लिए अपने कर्मचारी और पर्याप्त सुरक्षा भी भेज दी है। फ़िलहाल रिलायंस समूह के अंतर्गत काम करने वाले इंजीनियर, सोने का काम करने वाले (ज्वेलर) और अन्य लोग मंदिर से जुड़े इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में जुट गए हैं। तय योजना के अनुसार इस प्रोजेक्ट को दिवाली के पहले पूरा किया जाना है। ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई से भेजे गए रिलायंस समूह के कर्मचारी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पूरी मेहनत से लगे हुए हैं। शिखर के लिए तांबे का एक ढाँचा (कॉपर फ्रेम) तैयार किया गया है जिससे सोने की सजावट को सही से रखा जा सके।

पहले था सोने का कलश, अब पूरा गुंबद होगा सोने का 

मंदिर प्रशासन से जुड़े मोहित शर्मा ने इस संबंध में अन्य अहम जानकारी भी दी। उन्होंने गुवाहाटी प्लस से बात करते हुए बताया कि कलश या मंदिर की चोटी पहले से ही सोने का बना हुआ था। लेकिन रिलायंस समूह द्वारा किए गए दान के बाद पूरा गुंबद ही सोने का होगा, रिलायंस समूह इस पूरे प्रोजेक्ट का खर्च उठा रहा है। मुकेश अंबानी कामाख्या माता के बड़े भक्त हैं और वह संभावित तौर पर प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद मंदिर दर्शन करने आएँगे। फ़िलहाल इस मामले में रिलायंस समूह की तरफ से पुष्टि होनी बाकी है। 

भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने निभाई अहम भूमिका

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, असम की राज्य सरकार में मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रिलायंस समूह के मुकेश अंबानी को इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनाने में अहम भूमिका निभाई। रिलायंस समूह ने इस संबंध में सितंबर के दौरान ही प्रस्ताव पेश किया था।

कामाख्या मंदिर प्रशासन का मानना था कि महामारी के चलते श्राइन पिछले काफी समय से बंद था। लेकिन दिवाली से पहले सोने की मदद से की जाने वाली मंदिर की सजावट का कार्य निसंदेह ज़्यादा भक्तों को आकर्षित करेगा। इतना ही नहीं, दिवाली उत्सव के मौके पर यह आकर्षण का एक केंद्र भी बना रहेगा। सोने की लीफिंग का कुल खर्च लगभग 10 करोड़ रुपए आँका गया है।