भारत और ऑस्ट्रेलिया क्षेत्रीय चुनौतियों का मिलकर मुकाबला करेंगे। दक्षिण चीन सागर में चीन की मनमानी पर अंकुश के लिए क्वाड (अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता मंच) में साथी आस्ट्रेलिया अब कई मुद्दों पर संकोच छोड़कर भारत के साथ आ रहा है। सामरिक व रणनीतिक भागीदारी के अलावा वैकल्पिक सप्लाई चेन को लेकर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच मंगलवार को एक बार फिर बातचीत परस्पर संबंधों की मजबूती को दिखाती है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार देर रात अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिसे पायने से विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर बातचीत की जानकारी दी। जयशंकर ने ट्वीट किया कि ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री के साथ बातचीत हुई। क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों की समीक्षा की और मौजूदा मुद्दों पर चर्चा की।
मारिसे ने भी वर्चुअल वार्ता को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने कोविड-19 के दौरान क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने में हमारा मार्गदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि अक्तूबर में हमारी मुलाकात के बाद मेरे मित्र डॉ. जयशंकर से आज हमारी बहुत महत्वपूर्ण वार्ता हुई।
जानकारों का कहना है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया वैकल्पिक सप्लाई चेन को लेकर गंभीरता से बात कर रहे हैं। भारत इस मुद्दे पर कई प्रमुख देशों के संपर्क में है। ऑस्ट्रेलिया भी चीन पर निर्भरता कम करने के मकसद से वैकल्पिक चेन की बात कर रहा है। भारत ने अमेरिका, जापान, यूरोपीय देशों के अलावा मध्य एशिया में भी वैकल्पिक सप्लाई चेन को लेकर समर्थन जुटाया है।