अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रहीं अबिदा हुसैन ने भी खुलासा किया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अलकायदा आतंकवादी ओसामा बिन लादेन मदद करता था और उन्हें आर्थिक सहायता भी देता था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अबिदा के हवाले से कहा, ''हां, उसने (ओसमा बिन लादेन) ने मियां नवाज शरीफ की मदद की थी। हालांकि, यह एक जटिल कहानी है। वह (ओसामा) उन्हें (नवाज) आर्थिक मदद भी दिया करता था।
नवाज शरीफ सरकार में मंत्री रहीं अबिदा ने कहा कि एक समय बिन लादेन लोकप्रिय हुआ करता था और अमेरिकी सहित सभी उसे पसंद करते थे, लेकिन बाद में जाकर वह बेगाना हो गया। उनका यह बयान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य फारूख हबीब के आरोप के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था नवाज शरीफ ने देश में विदेशी फंडिंग की नींव रखी और बेनजीर भुट्टो की सरकार गिराने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए ओसामा बिन लादेन से 10 मिलियन डॉलर का फंड लिया था।
तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर कई बार आरोप लगे हैं कि कश्मीर में जिहाद को बढ़ावा देने के लिए वह अमेरिकी हमले में मारे गए आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से पैसे लेते थे। नवाज शरीफ 1990-93, 1997-98 और 2013-17 प्रधानमंत्री रहे।
भ्रष्टाचार के आरोपो के बाद 2017 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से सत्ता से हटाए गए नवाज शरीफ इन दिनों जमानत पर हैं और लंदन में इलाज करा रहे हैं। 2016 में आई एक किताब में भी आरोप लगाया गया था कि नवाज शरीफ अलकायदा आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से पैसे लेता था। खालिद ख्वाजा: शहीद-ए-अमन को शामामा खालिद ने लिखा था, जोकि आईएसआई ऑपरेटिव खालिद ख्वाजा की पत्नी हैं।
किताब में लिखा गया था, ''पीएमएल-एन के प्रमुख मिया मोहम्मद नवाज शरीफ ने ओसमा बिन लादेन से पैसा लिया था।, ताकि बेनजीर भुट्टों की अगुआई वाली पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से चुनाव लड़ सकें। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि, ओसामा ने शरीफ को भारी फंड दिया, लेकिन बाद में सत्ता में आने के बाद अपने सभी वादों से पीछे हट गए।