जम्मू के कुंजवानी इलाके से शनिवार को एक खूंखार आतंकवादी हिदायतुल्लाह मलिक को गिरफ्तार किया गया है। जैश-ए-मोहम्मद का मुखौटा संगठन माने जाने वाले लश्कर-ए-मुस्तफा के सरगना का हत्थे चढ़ना बड़ी कामयाबी है। पुलिस ने शुरुआती पूछताछ के बाद बताया है कि शोपियां जिले का 'ए' श्रेणी का यह दहशतगर्द जम्मू में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। यह वही हिदायतुल्लाह है जिसने कुछ अन्य आतंकियों के साथ पिछले साल मई में पुलवामा में विस्फोटक से भरी कार से हमले की कोशिश की थी, लेकिन समय रहते सुरक्षाबलों ने कार बरामद कर ली थी।
जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीधर पाटिल ने बताया कि कुंजवानी बाईपास पर पुलिस ने एक निजी वाहन को विशेष सूचना पर रोक लिया, जिसके बाद से मलिक की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा कि आतंकवादी ने भागने की कोशिश में पार्टी का नेतृत्व कर रहे पुलिस अधिकारी पर हमला किया लेकिन सफल नहीं हो पाया। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस मलिक के एक अन्य सहयोगी की तलाश कर रही है जिसने कथित तौर पर उसके साथ कश्मीर से जम्मू की यात्रा की थी।
पिछले साल मई में पुलवामा में बरामद हुई विस्फोटक से भरी कार के मामले में भी पुलिस को मलिक की तलाश थी। यह उन 10 आरोपियों में शामिल है जिन्होंने 2019 के पुलवामा हमले को दोहराने की साजिश रची थी, जिसमें तब सीआरपीएफ के 40 सैनिक शहीद हो गए थे। हालांकि, इस बार समय रहते कार को ट्रेस कर लिया गया। कार को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया था।