ऑक्सीजन की सप्लाई पर केंद्र सख्त, राज्यों से कहा- पूरे भंडार का उपयोग मेडिकल के लिए होना चाहिए

कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि तरल ऑक्सीजन के पूरे भंडार का उपयोग केवल चिकित्सीय उद्देश्य के लिए किया जाना चाहिए। केंद्र ने साफतौर पर कह दिया है कि फिलहाल तरल ऑक्सीजन का उपयोग किसी भी अन्य उपयोग के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

 


इसके अलावा केंद्र ने ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयों को अधिकतम उत्पादन करने और ऑक्सीजन को तत्काल केवल चिकित्सीय उपयोग के लिए उपलब्ध कराने को कहा है। सरकार नेकहा कि किसी भी गैर चिकित्सा उद्देश्य के वास्ते तरल ऑक्सीजन के उपयोग की अनुमति न दी जाए। 

बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से देशभर में ऑक्सीजन की डिमांड भी बढ़ गई है। ऐसे में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए सऊदी अरब से 80 मीट्रिक टन जीवन रक्षक गैस लाई जा रही है। भारत में एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 349691 नए मामले आने के साथ ही संक्रमण के मामले बढ़कर 16960172 पर पहुंच गए जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 26 लाख के पार चली गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान संक्रमण के कारण 2767 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 192311 पर पहुंच गई है। रियाद स्थित भारतीय मिशन ने ट्वीट किया, भारतीय दूतावास को अति आवश्यक 80 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन भेजने के मामले में अडानी समूह और एम-एस लिंडे के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। हम हृदय से सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय को सभी तरह की मदद, समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।