देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच कई बड़े शहरों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की समस्या खड़ी हो गई है। हालांकि इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार लगातार पहल कर रही है। कई राज्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ऑक्सीजन के लिए मदद की गुहार लगाई है। अब खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री इसको लेकर हाईलेवल समीक्षा बैठक की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है, ''देश में पर्याप्त मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पीएम मोदी ने व्यापक समीक्षा की। स्वास्थ्य, DPIIT, स्टील, सड़क परिवहन जैसे मंत्रालयों के इनपुट भी पीएम के साथ साझा किए गए। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि मंत्रालय और राज्य सरकार के बीच तालमेल सुनिश्चित किया जाए।''
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण से अत्यधिक प्रभावित 12 राज्यों में आगामी 15 दिन में ऑक्सीजन के अनुमानित इस्तेमाल और ऑक्सीजन आपूर्ति संबंधी मौजूदा स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। एक अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री को बढ़ती मांग पूरी करने के लिए चिकित्सकीय ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता के बारे में जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री मोदी ने हर संयंत्र की क्षमता के अनुसार ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया। समीक्षा के दौरान पीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों का पूरे देश में निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करें।
मेडिकल ऑक्सीजन का तर्कसंगत उपयोग करें राज्य: केन्द्र
इससे पहले केन्द्र ने गुरुवार को राज्यों से मेडिकल ऑक्सीजन का तर्कसंगत
उपयोग करने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि इसकी बर्बादी न हो। साथ ही उसने
कहा कि देश में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। केन्द्रीय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के इलाज में मेडिकल ऑक्सीजन
महत्वपूर्ण घटक है। महामारी से प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन समेत
जरूरी चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के लिये मार्च 2020 में कोविड-19
महामारी के दौरान अधिकारियों के अंतर मंत्रालयी शक्तिसंपन्न समूह का गठन
किया गया था।
मंत्रालय ने कहा, ''ऑक्सीजन निर्माण इकाइयों में उत्पादन बढ़ाया गया है। पहले से स्टॉक मौजूद है। फिलहाल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मौजूद है।'' मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा जरूरत के हिसाब से राज्यों को ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये नियंत्रण कक्ष बनाने और सिलेंडरों तथा टैंकरों की आवश्यकता की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया गया है।
कोविड-19 आईसीयू में ऑक्सीजन हटाने से एक मरीज की मौत
मध्य प्रदेश के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस
से संक्रमित 52 वर्षीय मरीज की ऑक्सीजन हटाए जाने के कारण मौत हो गई। उक्त
मरीज को दी जा रही ऑक्सीजन कथित रूप से वार्ड ब्वॉय ने दूसरे मरीज को देने
के लिए हटा दी थी। यह घटना शिवपुरी जिला अस्पताल के कोविड-19 के गहन
चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में बुधवार की रात को हुई। मृतक का नाम सुरेन्द्र
शर्मा है और वह सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। इस मामले में डॉक्टरों की एक
जांच टीम गठित की गई है।