बंगाल की CM ने राज्यपाल को ट्विटर पर ब्लॉक किया:धनखड़ ने राज्य को लोकतंत्र के लिए गैस चेंबर बताया, ममता बोलीं- रोज कमेंट करते हैं, तंग आ गई हूं

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच मतभेद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बार राज्यपाल के ट्विट को लेकर ममता गुस्से में हैं और उन्होंने गर्वनर का अकाउंट ही ब्लॉक कर दिया है।


दरअसल, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक दिन पहले अपने सोशल मीडिया पर बंगाल को लोकतंत्र के लिए गैस चेंबर बताया था। जिसके बाद नाराज होकर ममता बनर्जी ने उन्हें ट्विटर से ब्लॉक कर दिया है।

ममता ने कहा, 'मैं इसके लिए, पहले से ही माफी मांगती हूं। वह (जगदीप धनखड़) लगभग हर दिन कुछ न कुछ ट्वीट करे मुझे या मेरे अधिकारियों के खिलाफ कमेंट करते हैं। वे असंवैधानिक और अनैतिक बातें कहते हैं। वे निर्देश और सलाह देते हैं, चुनी हुई सरकार मानो बंधुआ मजदूर बनकर रह गई है, इसलिए मैंने उन्‍हें अपने ट्विटर अकाउंट से ब्‍लॉक कर दिया है. मैं हर दिन व्‍यथित हो रही हूं।'

राज्यपाल धनखड़ ने क्या कहा था
बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी ने यह कदम महात्‍मा गांधी की पुण्‍यतिथि पर राज्‍यपाल धनखड़ के ताजा हमले के बाद उठाया है। इसमें धनखड़ ने कहा था, 'मैं बंगाल की पवित्र भूमि को खून से लथपथ और मानवाधिकारों को कुचलने की प्रयोगशाला बनते हुए नहीं देख सकता। लोग कह रहे हैं कि राज्‍य लोकतंत्र का गैस चैंबर बनता जा रहा है।'

ममता पर पहले भी किए हमले
राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच विवादों का पुराना नाता रहा है। इससे पहले धनखड़ ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा था, 'बंगाल में कानून का शासन नहीं है। यहां केवल शासक का राज है। यह मेरी जिम्‍मेदारी है कि संविधान की रक्षा करूं।' राज्‍यपाल ने यह भी कहा था कि कोई भी 'अपमान' उन्‍हें अपने कर्तव्‍य को निभाने से नहीं रोक सकता।

BSF का दायरा बढ़ाने पर भी हुआ था विवाद
इससे पहले ममता बनर्जी और राज्यपाल के बीच राज्य की सीमाओं पर BSF की शक्ति बढ़ाने को लेकर भी विवाद हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ममता ने राज्य पुलिस को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे कि बीएसएफ अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर के अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन नहीं कर पाए। इसके बाद धनखड़ ने ममता को पत्र लिखकर विरोध जताया था।

उन्होंने लिखा- यह (मुख्यमंत्री का निर्देश) कानून के अनुरूप नहीं है और हाल में केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना का पालन करता नहीं दिखता। आपके रुख से खराब संकेत गए हैं और संघीय राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए यह संभावित खतरा है।