नीदरलैंड के हेग शहर में महात्मा गांधी की जयंती की पूर्वसंध्या पर एक अक्टूबर को ‘गांधी मार्च‘ निकाला जाएगा, जिसमें भारतीय राजदूत वेणु राजामणि सहित बड़ी संख्या में भारत और वहां के नागरिक हिस्सा लेंगे। गांधी मार्च का समापन एक गीति नाट््य(ऑपेरा)‘सत्याग्रह’ के अंशों के प्रदर्शन के साथ होगा। इन दोनों कार्यक्रमों का आयोजन‘फॉलो द महात्मा’ के तहत किया जा रहा है, जिसकी शुरूआत नीदरलैंड में अङ्क्षहसा का समर्थन करने वाले संगठनों, संस्थानों और लोगों ने भारतीय समुदाय और भारतीय दूतावास के साथ मिलकर की है।
‘सत्याग्रह’ गीति नाट््य महात्मा गांधी के अङ्क्षहसक प्रतिरोध के दर्शन से प्रेरित है। कोर्जो थियेटर और क्वेकर्स यहां ग्रोटे कर्क में ऑपेरा के अंशों का प्रदर्शन एक अक्टूबर को अपराह्न दो बजे करेगा। इसमें अमेरिका के प्रख्यात संगीतकार फिलिप ग्लास ने संगीत दिया है। इस दौरान वह साइकिल भी प्रदर्शित की जाएगी, जिसका इस्तेमाल महात्मा गांधी करते थे और उन पर डच भाषा में एक पुस्तक ‘गांधी-ऐन इलस्ट्रेटेड बायोग्राफी’ का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस पुस्तक के लेखक प्रमोद कपूर हैं और इसका प्रकाशन बेल्जियम के लान्नू ने किया है।
‘सत्याग्रह’ ऑपेरा उनके गीति नाट्यों
की‘तस्वीर त्रयी’का एक हिस्सा है और इसमें दक्षिण अफ्रीका में महात्मा
गांधी के प्रारंभिक वर्षों और उनके द्वारा राजनीतिक हथियार के रूप में
अङ्क्षहसक विरोधों के विकास को दर्शाया गया है। इस ऑपेरा का दुनिया के कई
भागों में मंचन हो चुका है। ऑपेरा में विषयवस्तु को संस्कृत में गीत रूप
में प्रस्तुत किया गया है और इसे भगवद्गीता से रूपातंरित किया गया है।