थाईलैंड ने कहा कि पड़ोसी देश म्यांमार के रखाइन प्रांत में जारी संकट पर वह करीबी नजर बनाए हुए हैं तथा शरणार्थियों की मदद करने के लिए तैयार हैं।
थाईलैंड के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा कि वह रखाइन राज्य में रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ जारी हिंसा को लेकर चिंतित हैं तथा हालात पर करीबी नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि थाईलैंड की सरकार म्यांमार से विस्थापित हुए लोगों की देख-रेख और रक्षा को बहुत महत्व देती है। थाईलैंड-म्यांमार की सीमा पर करीब एक लाख शरणार्थी 9 शिविरों में रह रहे हैं। इनमें से कुछ लोग काफी पहले से शिविरों में रह रहे हैं।
इन शिविरों में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन के अनुसार इनमें से कोई भी रोहिंग्या नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पिछले सप्ताह कहा था कि थाईलैंड,म्यांमार से जान बचाकर भागने वाले लोगों को वापस उनके देश भेजने पर मजबूर न करे तथा इन शरणार्थियों को कानूनी मान्यता देने के साथ उनकी सुरक्षा सुनिश्ति करे।