डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से जुड़े रहस्य धीरे-धीरे दुनिया के
सामने आ रहे हैं. ताजा खुलसा राम रहीम के दिवाली सेलिब्रेशन के तरीकों को
लेकर हुआ है. डेरा के एक पूर्व साधू हंसराज चौहान ने ये खुलासा किया है.
हंसराज ने दावा किया है कि बाबा देर रात तक हॉस्टल की लड़कियों के साथ
दिवाली सेलिब्रेट करता था.
डेरा के पूर्व साधू हंसराज चौहान ने बताया कि राम रहीम खास अंदाज में दिवाली मनाता था. इस सेलिब्रेशन के इंतजाम का जिम्मा बाबा की कथित मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के जिम्मे रहता था. वही दिवाली के दिन राम रहीम के स्वागत के लिए खास लड़कियों का इंतजाम करती थी. इतना ही नहीं इन लड़कियों को बाबा की गुफा के बाहर हाथों में दीया लेकर खड़ा रखा जाता था.
दिवाली मनाने जब बाबा गुफा से बाहर आता था तो लड़कियां हाथों में घी के दीये लेकर खड़ी होती थी. इस सेलिब्रेशन में डेरा के खास लोग शामिल होते थे. इन लोगों में डेरा के साधू और साध्वियां, डेरा के स्कूल-कॉलेज की लड़कियों के साथ डेरा प्रमुख के परिवार के लोग शामिल होते थे.
डेरा के पूर्व साधू हंसराज चौहान ने बताया कि राम रहीम खास अंदाज में दिवाली मनाता था. इस सेलिब्रेशन के इंतजाम का जिम्मा बाबा की कथित मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के जिम्मे रहता था. वही दिवाली के दिन राम रहीम के स्वागत के लिए खास लड़कियों का इंतजाम करती थी. इतना ही नहीं इन लड़कियों को बाबा की गुफा के बाहर हाथों में दीया लेकर खड़ा रखा जाता था.
दिवाली मनाने जब बाबा गुफा से बाहर आता था तो लड़कियां हाथों में घी के दीये लेकर खड़ी होती थी. इस सेलिब्रेशन में डेरा के खास लोग शामिल होते थे. इन लोगों में डेरा के साधू और साध्वियां, डेरा के स्कूल-कॉलेज की लड़कियों के साथ डेरा प्रमुख के परिवार के लोग शामिल होते थे.
पटाखे के खोल पर लिखना होता था नाम, रुकती थी केवल लड़कियां
हंसराज ने बताया कि दिवाली के दिन पटाखे फोड़ने के बाद पटाखे के खोल पर
पटाखे जलाने वाले को उसका नाम लिखकर उसे निशानी के तौर पर रखने के लिए कहा
जाता था. इसके अलावा बाबा दिवाली की रात साधुओं और लड़कों को बाहर भेजकर
केवल साध्वियों और लड़कियों के साथ देर रात करीब 2 बजे तक दिवाली मनाता था.
'किस यू' बोलकर देता था आशीर्वाद
डेरा के साधू हंसराज ने यह भी बताया कि डेरा में दिवाली के मौके पर अयोजित होने वाले सत्संग में बाबा पहले से ही अपनी मर्जी से डेरा के स्कूल-कॉलेज की लड़कियों से अश्लील मैसेज पढ़वाता और फिर बदले में उन्हें 'किस यू' और 'आई लव यू टू' बोलकर आशीर्वाद देता था.
हंसराज के अनुसार दिवाली के दिन बाबा तमाम तरह के पाखंड रचता, जिसमें बिजनेस का विशेष ध्यान रखा जाता था. बाबा दिवाली पर अपने फोटो वाले कैलेंडर भी जारी करता था, जिसके पैसे कैलेंडर लेने वालों से ही वसूले जाते थे. इन सब कामों में हनीप्रीत का अहम योगदान होता था.
'किस यू' बोलकर देता था आशीर्वाद
डेरा के साधू हंसराज ने यह भी बताया कि डेरा में दिवाली के मौके पर अयोजित होने वाले सत्संग में बाबा पहले से ही अपनी मर्जी से डेरा के स्कूल-कॉलेज की लड़कियों से अश्लील मैसेज पढ़वाता और फिर बदले में उन्हें 'किस यू' और 'आई लव यू टू' बोलकर आशीर्वाद देता था.
हंसराज के अनुसार दिवाली के दिन बाबा तमाम तरह के पाखंड रचता, जिसमें बिजनेस का विशेष ध्यान रखा जाता था. बाबा दिवाली पर अपने फोटो वाले कैलेंडर भी जारी करता था, जिसके पैसे कैलेंडर लेने वालों से ही वसूले जाते थे. इन सब कामों में हनीप्रीत का अहम योगदान होता था.