लालू को 'स्पेशल भोजन' करा CBI ने की पूछताछ, बाहर तक छोड़ने आए अधिकारी

लालू को 'स्पेशल भोजन' करा CBI ने की पूछताछ, बाहर तक छोड़ने आए अधिकारी

भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से गुरुवार को करीब सात घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई जांच मतलब सख्त अधिकारी और कड़ी पूछताछ की एक छवि-सी लोगों के जेहन में बैठी हुई है लेकिन गुरुवार को इससे उलट नजारा देखने को मिला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ से पहले सीबीआई ने लालू को स्पेशल खाना खिलाया।

3 बार चाय और फरमाइशी खाना परोसा गया
लालू से पूछताछ के दौरान उनकी जमकर मेहमाननवाजी की गई। पूछताछ के बीच खाने के समय पर लालू की फरमाइश पर बिना मसाले वाला खाना बनवाया गया, जिसमें आलू चोखा, अरहर दाल और जीरा राइस शामिल थे। एनडीटीवी के अनुसार सीबीआई के एक अधिकारी ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि लालू बीमार रहते हैं इसलिए उन्होंने हमसे कहा कि वे कम मसाले वाला खाना खाएंगे, जिसके बाद हमने उनके लिए वैसा ही खाना बनवाया। सात घंटे की पूछताछ के दैरान तीन बार उनको चाय सर्व की गई। इतना ही नहीं जब लालू से पूछताछ की प्रक्रिया पूरी कर ली गई तो सीबीआई के अधिकारी उन्हें बाहर तक छोड़ने भी आए।

सीबीआई अधिकारी सौहार्दपूर्ण थे: लालू
पछताछ के बाद बाहर निकलने पर लालू ने कहा, ‘‘सीबीआई अधिकारी सौहार्दपूर्ण थे लेकिन वे क्या कर सकते हैं? वे भारत सरकार के आदेशों का पालन कर रहे हैं जो कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई कर रही है। मुझे सीबीआई से कोई शिकायत नहीं है लेकिन केन्द्र सरकार मुझे और मेरे परिवार को निशाना बना रही है।’’

दफ्तर के अंदर नहीं जाने दिया मीसा भारती को
पूछताछ के दौरान लालू के साथ उनकी बेटी मीसा भी थीं जिन्हें एजेंसी मुख्यालय की लॉबी में इंतजार करने को कहा गया। दरअसल मीसा के पास कोई पहचान पत्र नहीं था इसलिए उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली।

उल्लेखनीय है कि लालू पर आरोप है कि 2006 में रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे के दो होटलों- बीएनआर रांची और बीएनआर पुरी की देख-रेख का जिम्मा एक निजी फर्म सुजाता होटल को सौंपा और बदले में एक बेनामी कंपनी के जरिए तीन एकड़ की महंगी जमीन के रूप में रिश्वत ली। सुजाता होटल का स्वामित्व विनय और विजय कोचर के पास है।