गुजरात विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक
रणनीति तैयार की है जिसके चलते वे रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक
सवाल पूछते हैं। अपने सवाल के जरिए राहुल भाजपा से गुजरात के 22 साल का
हिसाब मांगते हैं। राहुल ने आज सातवां सवाल पूछा लेकिन उलट वे ही इसमें घिर
गए। दरअसल राहुल सवाल के साथ आकड़े भी पेश करते हैं। आज भी उन्होंने आकड़े
पेश करके नोटबंदी और जीएसटी पर जुमलेबाजी पर भाजपा को घेरा लेकिन उन्होंने
आकड़ों के गणित में गलती कर दी।
भाजपा ने राहुल की गलती को झट से लपक लिया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सवाल पूछने से पहले राहुल गांधी को होमवर्क कर लेना चाहिए। सिंह ने 'गणित की गड़बड़ी' को लेकर राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि उनके सवाल बेढंग से गढ़े हुए हैं। मैं नहीं जानता कि इन सवालों को कौन लिखता है? किस आधार पर राहुल इन सवालों को पूछते हैं? या तो उन्हें डेटा की बिलकुल भी समझ नहीं है या वह इसे अपनी सुविधा के मुताबिक गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। सभी डेटा आधारहीन हैं।'
भाजपा ने राहुल की गलती को झट से लपक लिया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सवाल पूछने से पहले राहुल गांधी को होमवर्क कर लेना चाहिए। सिंह ने 'गणित की गड़बड़ी' को लेकर राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि उनके सवाल बेढंग से गढ़े हुए हैं। मैं नहीं जानता कि इन सवालों को कौन लिखता है? किस आधार पर राहुल इन सवालों को पूछते हैं? या तो उन्हें डेटा की बिलकुल भी समझ नहीं है या वह इसे अपनी सुविधा के मुताबिक गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। सभी डेटा आधारहीन हैं।'
हालांकि तीन घंटे बाद राहुल को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने इसे
सुधारा। राहुल ने अपने ट्वीट के साथ जरूरी सामानों की महंगाई को दिखाता एक
ग्रैफिक्स लगाया था जिसमें 2014 से लेकर अब तक सामानों के दाम में कितने
प्रतिशत का इजाफा हुआ, उसके बारे में आंकड़ा दिया था। ग्रैफिक्स में
बढ़ोतरी के प्रतिशत से जुड़े सारे के सारे आंकड़े गलत हैं। दरअसल जितने
प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखानी थी, उससे 100 पॉइंट्स ज्यादा दिखाया गया।