अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज
अपना पहला 'स्टेट ऑफ यूनियन एड्रेस' दिया। उनके राष्ट्रपति कार्यकाल को
हाल ही में एक साल पूरे हुए हैं। अपने संबोधन में ट्रंप ने अपने
राष्ट्रपति कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए अमेरिका की चुनौतियों से
भी अवगत कराया। साथ ही देश के विकास के लिए सभी रिपब्लिकन और डेमाक्रेट्स
सांसदों को मिलजुल कर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि साथ मिलकर
हम सब कुछ पा सकते हैं। वहीं पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बने
आइएसआइएस के लिए कहा कि जब तक इसका खात्मा नहीं कर देते, तब तक हमारी जंग
जारी रहेगी।
ट्रंप ने अपने संबोधन एक महत्वपूर्ण बात
यह भी कही कि अब वक्त आ गया है कि हम मेरिट पर आधारित इमिग्रेशन सिस्टम की
ओर बढ़ें। उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति जो हमारे समाज में अपना योगदान दे
सके, जो हमारे देश की इज्जत करे और इससे प्यार करे, उसे मौका मिले। ट्रंप
ने यह भी कहा कि वीजा और शरणार्थी नीति में बदलाव के लिए देश की दोनों बड़ी
राजनीतिक पार्टियों को साथ आना चाहिए। ट्रंप ने यह भी स्पष्ट संकेत दिया
कि अब लॉटरी सिस्टम से वीजा मिलने की प्रक्रिया को बंद किया जाएगा। इस
प्रोग्राम के जरिए अकुशल लोगों को भी ग्रीन कार्ड मिल जाता है। इसकी बजाय
मेरिट के आधार पर ग्रीन कार्ड दिया जाएगा। ट्रंप की ये बातें अमेरिका का
सपना देखने वाले भारतीयों के लिए किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है।
ट्रंप ने अमेरिका को इस सदी में रहने के
लिए सबसे बेहतर समय बताया। उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप
क्या हो कहां से आए हो, अगर आप मेहनत करते हो तो आप कोई भी सपना देख सकते
हो, कुछ भी बन सकते हो। उन्होंने कहा कि साथ मिलकर हम सब कुछ पा सकते हैं।
आपको बता दें कि स्टेट ऑफ यूनियन एड्रेस अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से
दिया जाने वाला पारंपरिक संबोधन है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्वारा
कांग्रेस के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया जाता है। ट्रंप
ने अमेरिका के सामने लगातार चुनौतियां पेश कर रहे उत्तर कोरिया का भी
जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसी भी सत्ता ने अपने ही लोगों का उतनी
क्रूरता से शोषण नही किया है, जितना उत्तर कोरिया ने किया है।
उत्तर कोरिया की मिसाइल हमारे देश को भी
डरा सकती है। हम एक ऐसा अभियान चला रहे हैं, ताकि उस पर दबाव बन सकें और हम
ऐसा होने से रोक सकें। बता दें कि एक दिन पहले ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी
सीआए के निदेशक ने एक इंटरव्यू में इस बात को लेकर चिंता जताई है कि उत्तर
कोरिया के पास कुछ ऐसे परमाणु मिसाइल हैं, जिनसे वह अगले कुछ महीनों में
अमेरिका पर परमाणु हमला कर सकता है। ट्रंप ने यह भी कहा कि रूस और चीन
हमारे लिए आर्थिक चुनौती हैं और हमें चुनौती दे रहे हैं। वहीं आतंकवाद के
खिलाफ अपनी लड़ाई के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए ट्रंप ने कहा कि जब तक
हम आइएसआइएस को हरा नहीं देते, तब तक अपनी जंग जारी रखेंगे। उन्होंने यह
भी कहा कि आतंकी सिर्फ अपराधी नहीं बल्कि वे अवैध दुश्मन लड़ाके हैं और जब
वे दूसरे देश में पकड़े जाते हैं तो उनके साथ आतंकियों जैसा व्यवहार करना
चाहिए, क्योंकि वो वहीं हैं।
अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए ट्रंप ने
कहा कि हमने पिछले एक साल में कई चुनौतियों का सामना किया है, फिर भी बहुत
कुछ हासिल किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद हमने 2.4 मिलियन नई
नौकरियां दी हैं। बेरोजगारी की दर अभी देश में सबसे कम है। हमने अमेरिका के
इतिहास में सबसे ज्यादा टैक्स में बदलाव लाए। नागरिकों और सरकार के बीच
अधिक से अधिक भरोसा कायम करने की कोशिश की। देश में हर दिन विकास हो रहा
है। बहुत सारी कंपनियां अब अमेरिका में निवेश कर रही हैं, जो पिछले कई
दशकों से हमने नहीं देखा। ट्रंप ने यह भी कहा कि हम अपने नागरिकों को
निर्भर से आत्मनिर्भर बनाएंगे और उन्हें गरीबी से खुशहाली की ओर ले जाएंगे।
ट्रंप ने हिंसा पर चिंता जताते हुए यह भी
कहा कि हम चाहते हैं कि इस देश का हर बच्चा अपने घर में सुरक्षित हो और सभी
को अपने देश पर गर्व हो। वहीं उन्होंने देश में ड्रग्स के कारण होने वाली
समस्याओं खास तौर से लोगों की मौत को लेकर कहा कि इसका जल्द से जल्द
समाधान जरूरी है। ट्रंप ने जोर देते हुए यह भी कहा कि हम जानते हैं कि इस
देश का केंद्र परिवार और विश्वास है, ना कि सरकार और प्रशासन। हम अमेरिका
में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देंगे। ट्रंप इंफ्रास्ट्रक्चर में 1.5
ट्रिलियन रुपये का निवेश करेंगे। ट्रंप ने इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति
बराक ओबामा की ओबामाकेयर योजना पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमने
किसी एक व्यक्ति की सोच को पूरी तरह हटा दिया है। बता दें कि ट्रंप ने
राष्ट्रपति बनने के बाद इस स्वास्थ्य योजना को बंद कर दिया है।