1. हीरे को वारितर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि प्राचीन ग्रंथों के अनुसार हीरा पानी में तैरता है.
2. हीरा बिजली का कुचालक होता है इसलिए हाथ में हीरे की अंगूठी पहनने पर बिजली के झटके से बचाव किया जा सकता है.
3. हीरे की चमक स्थाई यानी की हमेशा के लिए एवं ताप में शीतल होती है.
4. किसी ऊंचे तल या उन्नतोदर ताल के द्वारा सूर्य की किरणों को एकत्रित करके हीरे पर डालने पर हीरा जल जाता है.
5. हीरे को बहुत अधिक तापमान पर गर्म करने पर इसका रंग हल्का हो जाता है लेकिन ठंडा होने पर इसका रंग वापस अपनी स्थिति में आ जाता है.
6. किसी अंधेरी जगह पर अच्छी गुणवत्ता वाले हीरे के प्रकाश में पढ़ाई भी की जा सकती है.
7. हीरा बेहद कठोर होता है लेकिन छण-भंगुर भी होता है. हाथ से नीचे गिरने पर यह टूट जाता है.
8. हीरे की कठोरता के कारण ही किसी भी वस्तु आदि से हीरे पर रगड़ पड़ने पर भी इसमें रगड़ या खरोंच का निशान भी नहीं पड़ता है.
9.
सफेद रंग का हल्के हरे रंग के शेड्स के साथ हीरा अच्छा माना जाता है साथ
ही अच्छे हीरे में किसी भी तरह के काले धब्बे भी नहीं होने चाहिये.