माँ की कोख से अजीबोगरीब बच्चे ने लिया जन्म, अस्पताल में मची भगदड़, जरूर देखे तस्वीरें

 

यूँ तो इस दुनिया में आये दिन नाजाने कितने ही अजीबोगरीब किस्से देखने और सुनने को मिलते है, लेकिन आज जो किस्सा हम आपको बताने वाले है वो वास्तव में हैरान कर देने वाला है. वैसे आप इस किस्से को कुदरत या भगवान् का अनोखा चमत्कार भी कह सकते है. जी हां आज हम आपको एक ऐसे नवजात के बारे में बताने जा रहे है जिसे पहली नजर में देखने के बाद आप भी यकीन नहीं कर पाएंगे कि ये वास्तव में कोई नवजात बच्चा है. अब यूँ तो माँ बनना एक महिला के लिए सबसे सुखद एहसास होता है, लेकिन जब इस महिला ने ऐसे अजीबोगरीब बच्चे को जन्म दिया, तो इसे देख कर महिला के भी होश उड़ गए.
हालांकि आज जिस बच्चे की तस्वीरें हम आपको दिखाने वाले है, वो वास्तव में कोई मजाक नहीं है, बल्कि एकदम सच है. जी हां इस दुनिया में नाजाने ऐसी कितनी माँ है, जिन्होंने ऐसे अजीबोगरीब बच्चे को जन्म दिया है. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ऐसे बच्चे एलियन नहीं होते, बल्कि इन्हे मेडिकल की जुबान में कोलोडियन कहा जाता है. यानि अगर हम सीधे शब्दों में विज्ञानं की भाषा में कहे तो ऐसे बच्चे जन्म होते ही एक प्लास्टिक की चादर से घिरे हुए होते है और ये सच आप खुद इन तस्वीरो में देख सकते है. हालांकि इस चादर को हटाया नहीं जा सकता, क्यूकि ये प्लास्टिक जैसा तत्व हमेशा इनके शरीर के साथ चिपका रहता है.

वही इस बारे में कुछ डॉक्टर्स का कहना है कि ये प्लास्टिक की चादर माँ के गर्भ में ही बच्चे के साथ साथ विकसित होती रहती है. हालांकि दूसरी तरफ कुछ जानकारों का कहना है कि यह चादर बाद में पनप सकती है. यानि इस विषय में अब तक किसी को सम्पूर्ण जानकारी नहीं है. इसके इलावा कोलोडियन शिशु को लेकर डॉक्टर का कहना है कि यह किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह तो नैचुरली रूप से किसी किसी बच्चे में पाया जाता है. हालांकि कई बार कुछ माता पिता को इसे समझने और अपने बच्चे को अपनाने में समय जरूर लग जाता है, लेकिन डॉक्टर्स द्वारा समझाने पर वो समझ जाते है.

अब जाहिर सी बात है कि जब कोई माता पिता अपने बच्चे को ऐसी हालत में देखेंगे तो यक़ीनन उन्हें एक बार तो धक्का जरूर लगता है, लेकिन बाद में वो इन हालातो को बखूबी समझ कर अपने बच्चे को पूरा लाड प्यार देते है. हालांकि ये सब इतना आसान नहीं होता, लेकिन कुदरत के नियमो के आगे किसी का बस भी नहीं चलता. इसके इलावा डॉक्टर्स का कहना है कि यह शिशु वास्तव में इचिथेसिस की अभिव्यक्ति हो सकते है. गौरतलब है कि ऐसे बच्चो की सभी परेशानियां उनकी त्वचा से ही जुडी होती है. जी हां ये परेशानियां बच्चे की त्वचा को काफी सख्त और रूखी बना देती है. हालांकि बहुत कम लोग जानते है कि दुनिया में कोलोडियन रूप में पैदा होने वाले बच्चो की संख्या काफी ज्यादा है.