रेप मामले में आसाराम पर फैसले से पहले जोधपुर में धारा 144, केंद्र का 3 राज्यों को अलर्ट

नाबालिग से रेप के आरोप में करीब साढ़े चार साल से जेल में बंद आसाराम पर कल जोधपुर की अदालत फैसला सुनाएगी. इससे पहले जोधपुर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये हैं. शहर में 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं आसाराम के दिल्ली स्थित आश्रम ने अनुयायियों से अपील की है कि वह कानून को हाथ में न लें. साथ ही कहा गया है कि वह आसाराम के समर्थन में जोधपुर न आएं.
इस बीच गृह मंत्रालय ने तीन राज्यों को एलर्ट भेजा है. राजस्थान, गुजरात और हरियाणा शामिल हैं. गुरमीत राम रहीम के फैसले के वक्त जो हिंसा हरियाणा के पंचकूला में हुई थी दोबारा वैसी स्थिति जोधपुर में न बने इसके लिए प्रशासन अलर्ट है. जोधपुर के पुलिस कमिश्नर अशोक राठौर ने कहा, ''हमें खुशी है कि अदालत ने जेल परिसर के भीतर फैसला सुनाए जाने के हमारे आग्रह को स्वीकार किया." उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हुई तो अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया जाएगा.

जेल में लगेगा कोर्ट

जोधपुर आने जाने वाली सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है. आसाराम पर फैसला जोधपुर जेल के अंदर बने कोर्ट में सुनाया जाएगा. इस बीच पुलिस ने आसाराम के जोधपुर आश्रम को भी कब्जे में ले लिया है. वहीं सूरत आश्रम में आज एक हवन का आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी अनुयायी भाग लेंगे और फैसले से पहले आसाराम के लिए प्रार्थना करेंगे. इसके साथ ही 25 अप्रैल को सभी अनुयायी आश्रम पर जुटेंगे और फैसला आने तक उपवास रखेंगे.

क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की एक नाबालिग लड़की द्वारा कथित तौर पर आसाराम पर जोधपुर के बाहरी इलाके में स्थित अपने आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें 2013 में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें इंदौर से लाया गया और जोधपुर केंद्रीय कारागार में रखा गया. तब से आसाराम के समर्थकों व पुलिस के बीच कई बार झड़पें हुईं हैं. आसाराम अगर दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें अधिकतम 10 साल कारावास की सजा भुगतनी पड़ सकती है.