मां तो मां है और बच्चे के सलामती के लिए वह सुविधाओं का मुंह नहीं
ताकती।आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिसनेबच्चे के
सुरक्षित जन्म के लिए -35 डिग्री सेल्सियस में 9 किमी. का सफर तय किया।
ये घटना 2014 की है। लद्दाख में रहने
वाले एक परिवार को प्रेग्नेंट महिला की सुरक्षा के लिए -35 डिग्री में 45
मील (लगभग 73 किमी.) की दूरी तय करनी पड़ी। वो बर्फ बन चुकी चादर नदी को
पार करके सबसे नजदीकी अस्पताल पहुंची।
जब महिला की डिलीवरी हुई फिर वापस घर
जाने के लिए महिला वो वही काम करना पड़ा। वापस जाते वक्त उसने बच्चे को
गर्म कपड़ों में लपेट दिया। असंभव सा दिखने वाला ये सफर परिवार की वजह से
पूरा हो गया।
घर जाते वक्त परिवार को रास्ते में आईएसलैंड से आए फोटोग्राफर्स का एक ग्रुप भी मिला, जो उनकी यात्रा, संघर्ष और हौसले का साक्षी बनाया। फोटोग्राफ़र टिम वोलमर ने बताया कि परिवार ने 9 दिनों में रोज 8-8 घंटे पैदल चलकर अपना सफर तय किया। परिवार के साथ बच्चे भी थे और सामान भी और इस वजह से उनकी यात्रा और भी कठिन हो गई थी। टिम कहते हैं कि हालात भले कितने खराब भी क्यों न हों लेकिन परिवार ने अपने नए मेहमान का स्वागत खुले दिल से किया।