कश्मीर में सेना ने लिया लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या का बदला, ढेर किए 12 आतंकी... 3 जवान शहीद

 

पिछले साल जम्मू कश्मीर में लश्कर के कुछ आतंकियों ने मई में 23 साल के युवा सैन्य अफसर ले. उमर फैयाज को अगवा कर लिया था। अगले दिन ले. उमर फैयाज का शव जंगलों में बुरी हालत में मिला। आतंकियों ने ले. उमर फैयाज के दांत और नाखून तक उखाड़ लिए थे। ले. फैयाज की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी। इसी घटना के बाद से आर्मी ने कश्मीर घाटी में ऑपरेशन ऑलआउट तेज किया था।
सेना ने आज ले. उमर फैयाज की हत्या का बदला लेते हुए कश्मीर में अब तक के सबसे बड़े एनकाउंटर को अंजाम दिया। सुरक्षाबलों ने तीन अलग-अलग ऑपरेशन के दौरान कुल 12 आतंकियों को ढ़ेर कर दिया। इन आतंकियों में ले. उमर फैयाज की हत्या में शामिल दो आतंकी भी थे। हालांकि, इस दौरान सेना के 3 जवान भी शहीद हो गए। उधर, दूसरी तरफ सेना के काम में दखल देने की कोशिश कर रहे 2 कश्मीरी भी मारे गए, जबकि 31 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद और लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मारे गए आतंकियों में एक लश्कर-ए-तैयबा और बाकी हिजबुल मुजाहिदीन के थे। बता दें कि कश्मीर में आतंकियों के खात्मे के लिए सेना ऑपरेशन ऑलआउट चला रही है। पिछले साल कश्मीर में 200 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।
डीजीपी वैद ने कहा कि आतंकियों की पहचान कर ली गई है। वे सभी स्थानीय ही थे। उनके शवों पर परिवार ने दावा किया है। शोपियां के मारे गए आतंकियों में दो- इश्फाक मलिक और रईस ठोकर, लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या में शामिल थे। बता दें कि पिछले साल 10 मई को लेफ्टिनेंट उमर फैयाज को अगवा कर हत्या कर दी गई थी। फैयाज अपने मामा की बेटी की शादी में शामिल होने गए थे।
एक पुलिस अफसर ने बताया कि जिन इलाकों में एनकाउंटर किया गया, वहां आतंकी सुरक्षाबलों पर हमला करने की रणनीति बनाते थे। सुरक्षाबलों को पेठ दायलगाम इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद इलाके को घेर लिया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने फोर्स पर फायरिंग की। दक्षिणी कश्मीर में फिलहाल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। बारामूला और बनिहाल के बीच रेल सेवा भी एक दिन के लिए रोक दी गई है।