जानकारी के अनुसार इस पत्र के लिफाफे पर डाक टिकट भी लगी हुई है लेकिन यह पत्र पोस्ट नहीं की गई बल्कि बाय हैंड किसी व्यक्ति ने गुरदासपुर रेलवे स्टेशन पर सफ़ाई कर्मचारी को दी थी जिसने आगे यह पत्र स्टेशन मास्टर को दिया।
क्या कहना है रेलवे पुलिस का
रेलवे पुलिस का कहना है कि यह किसी की शरारत भी हो सकती है क्योंकि यह पत्र हिंदी में लिखा गया है। फिर भी सुरक्षा के तौर पर स्टेशन पर चौकसी बढ़ा दी गई है और पठानकोट रेलवे स्टेशन के अलावा अन्य कई स्थानों पर चैकिंग की जा रही है।